जयपुर. कोरोना काल में सबसे ज्यादा नुकसान पर्यटन व्यवसाय को हुआ है. हालांकि, कोरोना के बाद पर्यटन व्यवसाय धीरे-धीरे शुरू तो हुआ लेकिन विदेशी सैलानी नहीं आने से लोगों को पहले की तरह रोजगार नहीं मिल पा रहा है. पर्यटन व्यवसाय से जुड़े हुए लोग बजट से उम्मीद लगा रहे हैं कि सरकार की तरफ से राहत मिले. टूरिज्म से जुड़े लोगों का कहना है कि टूरिज्म को अच्छे से प्रमोट किया जाना चाहिए. पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों को टैक्स में छूट मिलनी चाहिए, जिससे टूरिज्म को भी बढ़ावा मिलेगा.
पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों को बजट से आस अगर टूरिस्ट को आकर्षित करने में सफल होंगे, तो पर्यटन एक बार फिर से पटरी पर दौड़ने लगेगा. होटल, रेस्टोरेंट, ट्रैवल समेत अन्य पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों को टैक्स में छूट दी जानी चाहिए. जिससे टूरिस्ट को भी आकर्षित करने में आसानी होगी. जिससे पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों को रोजगार भी मिलेगा. पिछले 1 सप्ताह में जयपुर शहर के पर्यटक स्थलों की बात की जाए तो यहां पर हजारों की संख्या में सैलानी पहुंचे हैं. नए साल में रिकॉर्ड तोड़ पर्यटक जयपुर के पर्यटक स्थलों पर विजिट करने पहुंचे हैं. वहीं सबसे ज्यादा पर्यटक आमेर महल में पहुंचे हैं.
मांग कि देशी पर्यटकों को दी जाए टिकट में राहत इसके अलावा हवा महल, जंतर मंतर, अल्बर्ट हॉल और नाहरगढ़ फोर्ट पर भी काफी संख्या में सैलानी पहुंचे हैं. जनवरी महीने की बात की जाए तो 1 महीने में जयपुर शहर के पर्यटक स्थलों पर करीब 9 लाख 43 हजार से ज्यादा सैलानी पहुंचे हैं. अगर आमेर महल की बात की जाए तो आमेर महल में 1 महीने में करीब 2 लाख 84 हजार से ज्यादा पर्यटक पहुंचे हैं. हवामहल में करीब एक लाख 57 हजार से ज्यादा पर्यटक पहुंचे हैं. जंतर-मंतर में 1 लाख 34 हजार से ज्यादा पर्यटक अल्बर्ट हॉल में 91000 से ज्यादा पर्यटक, नाहरगढ़ फोर्ट पर दो लाख 57 हजार से ज्यादा पर्यटक विजिट करने पहुंचे हैं.
टूरिज्म को लेकर हो विशेष पॉलिसी
टूरिस्ट गाइड महेश कुमार शर्मा ने बताया कि कोरोना महामारी का पर्यटन व्यवसाय पर बहुत असर पड़ा है. पर्यटन व्यवसाय 30 से 40 प्रतिशत पर आ गया है. अब सरकार को देखना चाहिए कि अन्य देशों में किस तरह से टूरिज्म को लेकर पॉलिसी लाई जाती है. सरकार को किसी भी तरह से टूरिस्ट को अपनी तरफ आकर्षित करने का प्रयास करना चाहिए. पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों को सरकार की तरफ से राहत दी जानी चाहिए. जब टूरिस्ट आने लगेंगे तो पर्यटन से जुड़े लोगों को भी रोजगार मिल पाएगा. सरकार को टूरिज्म पर विशेष फोकस करना चाहिए.
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महेश कुमार शर्मा आगे कहते हैं कि अगर विश्व स्तर पर बात की जाए तो बहुत से देश ऐसे हैं, जो टूरिज्म पर ही चल रहे हैं, वहां के लोग ज्यादातर टूरिज्म पर आधारित है. राजस्थान एक धरा है यहां पर टूरिज्म के लिए बहुत कुछ है. अधिकांश टूरिस्ट राजस्थान आना पसंद करते हैं. टूरिज्म पर खास फोकस करने से कोरोना काल में हुआ नुकसान भी भरपाई हो सकता है.
पर्यटन से जुड़े लोगों ने की अलग पॉलिसी की मांग देशी पर्यटकों को दी जाए राहत
उन्होंने बताया कि अभी विदेशी पर्यटकों के आने का कोई अनुमान नहीं है. अभी टूरिज्म केवल देशी पर्यटकों के आधार पर ही चल रहा है. देशी पर्यटकों को भी राहत दी जाए तो टूरिज्म को बढ़ावा मिल सकता है. जैसे टिकट दर समेत अन्य जगह पर राहत दी जा सकती है. कहीं ना कहीं कोई देश के अन्य राज्यों से भी प्रिवेडिंग के लिए लोग जयपुर और राजस्थान में आकर शूट करते हैं. इस तरह से पर्यटन व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए राहत दी जानी चाहिए. राजस्थान आने वाले टूरिस्ट हमारे पर्यटक स्थलों को भी प्रमोट करते हैं. इससे और ज्यादा पर्यटन को बढ़ावा मिलता है. फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े लोगों को भी यहां बुलाकर मंत्रणा की जा सकती है, इससे भी पर्यटन प्रमोट हो सकता है.
सरकार टैक्स में दे राहत
टूरिज्म पर विशेष फोकस की मांग होटल व्यवसाय से जुड़े गोविंद सिंह ने बताया कि कोरोना से पहले सब कुछ सुचारू रूप से चल रहा था. देशी-विदेशी सैलानी पहुंच रहे थे. कोरोना के चलते होटल व्यवसाय और पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों की हालत खराब हो गई. बेरोजगारी की स्थिति बन गई. लॉकडाउन खुलने के बाद पर्यटन व्यवसाय शुरू हुआ, धीरे-धीरे टूरिस्ट आने लगे हैं. पहले होटल, रेस्टोरेंट में काफी ज्यादा स्टाफ रहता था लेकिन अब काम कम हो गया है तो स्टाफ भी कम हो गया. इससे काफी लोग बेरोजगार भी हो रहे हैं. अब सरकार को बजट में पर्यटन व्यवसाय के लिए कुछ खास राहत दी जानी चाहिए. बजट में सरकार टैक्स में राहत देकर पर्यटन व्यवसाय को प्रमोट करें. इससे टूरिस्ट को भी फायदा होगा तो टूरिस्ट ज्यादा आएंगे.
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ज्वेलरी व्यवसाय से जुड़ी आदित्य शर्मा ने बताया कि ज्वेलरी और कपड़ा व्यवसाय की भी कमर टूट चुकी है. देशी सैलानी आते हैं लेकिन विदेशी सैलानी नहीं पहुंचते हैं तो मार्केट डाउन हो गया है. कोरोना काल में व्यवसाय बंद रहने से काफी नुकसान हुआ है. स्टाफ भी कम हो गया है और वेतन भी कम हो गया. आधे वेतन में ही लोग काम करने को मजबूर हो रहे हैं. व्यवसाय से जुड़े लोगों की सरकार से काफी उम्मीदें हैं कि उनको राहत दी जाए. व्यापारियों को टैक्स और बिजली के बिलों में छूट मिलनी चाहिए. पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोग परेशान हैं. टूरिस्ट गाइड होटल व्यवसाई ट्रैवल समेत अन्य व्यवसाई कोरोना की मार झेल रहे हैं.