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कहीं बिखर न जाएं सपने! इस चिंता में हैं बिहार स्टेट टॉपर हिमांशु राज के पिता - bihar board result 2020

रोहतास के हिमांशु राज ने बिहार बोर्ड की मैट्रिक परीक्षा 2020 के रिजल्ट में टॉप किया है. वो आगे चलकर सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहता है.

बिहार बोर्ड 10वीं का रिजल्ट, bihar topper
स्टेट टॉपर हिमांशु राज के पिता

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Published : May 27, 2020, 12:26 AM IST

रोहतास :'होनहार बिरवान के होत चिकने पात' इस कहावत को जिले के हिमांशु राज ने चरितार्थ कर दिखाया है. बिहार बोर्ड के मैट्रिक रिजल्ट में हिमांशु ने प्रदेशभर में टॉप किया है. हिमांशु ने 481 (96.20%) अंक लाकर यह सफलता हासिल की है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

रोहतास जिले के दिनारा प्रखंड के तेनुअज पंचायत के नटवार बाजार में आज खुशी का माहौल है. हर कोई हिमांशु को बधाई देने उसके घर पहुंच रहा है. एक गरीब किसान का बेटा हिमांशु आज बेहद खुश है. उसके पिता सुभाष, जो एक छोटे किसान और प्राइवेट शिक्षक हैं. आज वो अपने पुत्र की इस कामयाबी के बाद गर्व महसूस कर रहे हैं.

मुंह मीठा कराते मां-पिता और स्थानीय प्रतिनिधि

सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहता हूं- हिमांशु
हिमांशु ने कहा कि वो सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहते हैं. बिहार टॉप किया है, उसके लिए वो 15 से 16 घंटे पढ़ाई किया करते थे. हिमांशु बताते हैं कि पढ़ाई के लिए मम्मी-पापा, भाई-बहन और आस-पड़ोस वाले सभी लोग मोटिवेट किया करते थे.

भेंट किया गया स्मृति चिन्ह

बेटे को लेकर भविष्य की चिंता- सुभाष
वहीं, बेटे की इस सफलता के बाद सुभाष कहते हैं कि बेटे ने प्रदेशभर में नाम किया है. वहीं, भविष्य की चिंता व्यक्त करते हुए सुभाष ने कहा कि मैट्रिक तक किसी तरह मैंने पढ़ाया. इसमें आर्थिक स्थिति खराब होने वाली कोई बात नहीं रहती. लेकिन आगे चलकर हाई एजुकेशन में दिक्कत हो सकती है. इसके लिए मैं अपनी तरफ से पूरी कोशिश करूंगा कि बेटे को खूब पढ़ाऊं.

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सुभाष ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि मैं अपने बेटे के लिए ही नहीं, बिहार के या कहीं के भी ऐसे सभी प्रतिभावान बच्चों के लिए सरकार उनकी मदद करे. ताकि वो होनहार बनें, उनका भविष्य सुनहरा हो.

बधाई और सम्मानित करने वालों का लगा तातां
स्टेट टॉपर हिमांशु राज की सफलता के बाद इलाके के कई जन प्रतिनिधि उसे सम्मानित करने पहुंचे रहे हैं. कोई चेक भेंट कर उसकी हौसला हफजाई कर रहा है, तो कोई स्मृति चिन्ह देकर. बता दें कि हिमांशु राज का घर की छत खपरैल की है. घर में मम्मी-पापा और एक बड़ी बहन है. पिता किसानी के साथ-साथ ट्यूशन पढ़ाकर घर का भरण-पोषण करते हैं.

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