जयपुर.प्रदेश में स्टेट हाईवे पर निजी वाहनों पर वापस टोल शुरू करने को लेकर सियासत गर्म है. इस मामले में प्रदेश सरकार पर लगातार आरोप लगा रही भाजपा पर रविवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पलटवार किया. गहलोत ने सीधे तौर पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का नाम लेकर कहा कि पिछली भाजपा सरकार में वसुंधरा राजे ने चुनावी फायदे के लिए अपने सरकार के भीतर ही बिना किसी से राय लिए बिना निजी वाहनों को टोल फ्री कर दिया.
जयपुर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने यह भी कहा की पिछली वसुंधरा राज्य सरकार को यह फैसला लेने का कोई अधिकार नहीं था, क्योंकि टोल को लेकर सरकार और टोल कंपनियों के बीच में जो कॉन्ट्रैक्ट हुआ था उनकी शर्तों का ध्यान रखना सरकार की जिम्मेदारी थी.
चुनावी फायदे के लिए कर दिया था टोल टैक्स फ्रीःमुख्यमंत्री अशोक गहलोत ऐसे में अब कई टोल कंपनियां कोर्ट की शरण में जा रही है. उनके अनुसार आने वाले निकाय चुनाव में फायदा लेने के लिए भाजपा नेता प्रदेश में टोल टैक्स वसूली के नाम पर भ्रम फैला रहे हैं, जबकि हमारी सरकार चाहती है कि प्रदेश में सड़कों की स्थिति सुधरे और आम लोगों को सही और बढ़िया सड़कें मिल पाएं.
पढ़ेंः मंत्री यादव ने भाजपा को बताया डमरू वाली पार्टी, कार्यकर्ताओं को सतर्क रहने की दी नसीहत
गौरतलब है कि हाल ही में प्रदेश की गहलोत सरकार ने पिछली भाजपा सरकार के कार्यकाल में लिए गए स्टेट हाईवे पर निजी वाहनों को टोल फ्री करने के निर्णय को बदलते हुए अब स्टेट हाईवे पर वापस निजी वाहनों का टोल शुरू कर दिया. जिसको लेकर विपक्ष में बैठी भाजपा इसे सियासी मुद्दा बना रही है.