राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / city

भारतीय युवा संसद : आज पढ़े लिखे लोग ही भ्रष्टाचार कर रहे हैं - माकपा विधायक

देश की राजनीति में जाति, धर्म, सम्प्रदाय पर बातें होती हैं और इन्ही के आधार पर वोट बटोरे जाते हैं, जो लोकतंत्र पर खतरा बनता जा रहा है. यह कहना है सीपीआई पार्टी के भादरा विधायक बलवान पूनिया का. उन्होंने भाजपा  प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया की नियुक्ति को जातिवाद से समझौता बताया.

CPI-M MLA balwan poonia, भादरा विधायक बलवान पूनिया

By

Published : Sep 17, 2019, 7:42 PM IST

जयपुर. कामरेड नेता और भादरा विधायक बलवान पूनिया ने तीन दिवसीय भारतीय युवा संसद में बुद्विजीवी लोगों पर निशाना साधते हुए कहा कि आज पढ़े लिखे लोग ही भ्रष्टाचार कर रहे हैं, किसी प्रयोजन को फैल करने के पीछे भी उच्च शिक्षा से जुड़े लोग या फिर आईएएस, आरएएस अफसरों का ही हाथ है.

पूनिया की नियुक्ति जातिवाद से समझौता, मैं बीजेपी के खिलाफ हूं
पूनिया ने कहा कि पढ़े लिखे लोगों को सुधरना चाहिए. पूनिया ने अपनी बात बताते हुए कहा कि मुझे किसी ने फोन कर कहा कि बीजेपी ने सतीश पूनिया को प्रदेशाध्यक्ष बना दिया है. इस पर बलवन पूनिया ने कहा कि ये तो जातिवाद समझौता है और मैं तो बीजेपी के खिलाफ हूं. उन्होंने कहा कि जातिवाद समझौते से ऐसे लोग विधानसभा या लोकसभा में पहुंच जाते हैं जिससे देश का विकास संभव नहीं है.

पढ़े लिखे नहीं अशिक्षित और अज्ञानता से देश को खतरा

पढ़ेंःगहलोत की 'सर्जिकल स्ट्राइक' : ना बसपा को भनक लगी, ना राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष पायलट को...

वहीं वरिष्ठ पत्रकार संगीता प्रवेन्द्र ने विधायक बलवान पूनिया द्वारा पढ़े लिखे लोगों को देश के लिए खतरा बताने की टिप्पणी पर युवाओं से पूछा कि क्या हम पढ़े लिखे लोग देश के लिए खतरा हैं? संगीता ने कहा कि अशिक्षा, अज्ञानता देश के लिए खतरा है. संगीता ने कहा की लोकतंत्र पर बने खतरे को खत्म करने के लिए बंद कमरों की राजनीति को निकालना पड़ेगा और जनता के बीच मे आना पड़ेगा.

पढ़ेंः6 बसपा विधायकों के दल बदलने से मायावती का फूटा गुस्सा, कहा- कांग्रेस धोखेबाज पार्टी

उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफार्म को गलत नहीं है बल्कि सोशल मीडिया सबको बराबरी का हक देता है, जब तक आप लोग नहीं बदलते तब तक कुछ नहीं बदलेगा. वहीं वरिष्ठ पत्रकार रमा नंदा ने बताया कि संविधान में भाईचारा पर जो काम होना चाहिए वो नहीं हो रहा है. समानता के साथ भाईचारे पर भी जोर देने की आवश्यकता है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details