जयपुर.जयपुर शहर सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट में फेल साबित हुआ है. आलम ये है कि शहर में घरों और बिल्डिंग से निकलने वाला कंस्ट्रक्शन वेस्ट अब तक कचरे में ही मिलता आ रहा है. हालांकि अब एनजीटी के डायरेक्शन और शहर की स्वच्छता और सुंदरता के लिए सी एंड डी वेस्ट लगाना निगम की प्राथमिकता बन गई है.
ऐसे में अब बिल्डिंग मटेरियल को निस्तारित करने के लिए सी एंड डी वेस्ट प्लांट को 6 महीने में मूर्त रूप देने की तैयारी की गई है. शहर में बिल्डिंग्स से निकलने वाला कंस्ट्रक्शन का वेस्ट नगर निगम के लिए बड़ी परेशानी का सबब है. ऐसे में अब एनजीटी की गाइड लाइन के अनुसार इसका प्रोसेसिंग प्लांट तैयार किया जा रहा है. जयपुर के लांगड़ियावास में सी एंड डी वेस्ट प्लांट बनाया जाएगा. जहां बिल्डिंग मटेरियल वेस्ट से टाइल्स-ब्रिक्स बनाई जा सकेंगी. इसका एग्रीमेंट भी कर लिया गया है.
हेरिटेज निगम कमिश्नर अवधेश मीणा के अनुसार 6 महीनों में ये प्लांट बन जाएगा और काम शुरू हो जाएगा. इसके लिए जमीन भी चिन्हित कर ली गई है. वेस्ट को प्रोसेस करने के बाद तैयार ब्रिक्स और टाइल्स को सेल किया जाएगा. उन्होंने कहा कि प्लांट भले ही 6 महीने में तैयार हो, लेकिन वेस्ट कलेक्शन अभी से शुरू कर दिया जाएगा. हालांकि अभी ये निर्णय नहीं किया गया है कि जहां से बिल्डिंग मटेरियल को उठाया जाएगा, उसके लिए शुल्क लिया जाएगा या नहीं.