जयपुर. राजधानी के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क से दुखभरी खबर सामने आई है. नाहरगढ़ पार्क में बाघ रुद्र की मौत हो गई है. बाघ 4 जून से बीमार चल रहा था, जिसका उपचार किया जा रहा था. मंगलवार को उपचार के दौरान बाघ की मौत हो गई.
रुद्र 18 माह का था. बाघ की मौत के बाद मेडिकल बोर्ड द्वारा टाइगर के शव का पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है. पोस्टमार्टम के बाद उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा. हालांकि, मौत के कारणों का अभी तक स्पष्ट पता नहीं चल पाया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की असली वजह सामने आ पाएगी. टाइगर रुद्र की मौत से वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों में दुख की लहर है. अधिकारियों ने पूरे मामले को लेकर दुख जताया है. इस घटना पर वन्यजीव प्रेमियों ने भी दुख जताया है.
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बता दें कि 18 महीने पहले बाघिन रंभा ने दो शावकों को जन्म दिया था. बाघिन ने मादा बाघिन रिद्धि और नर बाघ रुद्र को जन्म दिया था. जिनमें से बाघिन रिद्धि की पहले ही मौत हो चुकी है. जयपुर में करीब 14 साल बाद बाघ शावकों का जन्म हुआ था. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में पिछले 18 महीनों में वन विभाग की आंखों का तारा बने शावक रुद्र दुनिया को अलविदा कह गया.