जयपुर.कड़ाके की ठंड के चलते लोगों का घरों से बाहर निकलना भी दूभर हो गया है. बाजारों में भी लोगों की आवाजाही कम नजर आ रही है. सर्दी के चलते दुकानदारों का दुकानों में बैठना मुश्किल हो रहा है. ठंड से बचने के लिए लोग जगह-जगह अलाव का सहारा लेते नजर आ रहे हैं.
बढ़ती सर्दी ने किसानों की भी चिंता बढ़ा दी है. फसलों में बर्फ जमने से किसानों को फसल खराबे की चिंता सताने लगी है. 15 दिन पहले हुई ओलावृष्टि से जहां किसानों की फसल खराब हो गई थी. अब मौसम में फिर से आए बदलाव के चलते बर्फ जमने से किसानों को सरसों, गेहूं और चना जैसी फसल खराब होने की चिंता सताने लगी है. किसानों का कहना है अगर इसी तरह सर्दी पड़ती रही तो खेतो में सबकुछ चौपट हो जायेगा.
राजस्थान में सर्दी का सितम लगातार जारी जोबनेर की कर्ण नरेन्द कृषि विश्विधालय की वेधशाला के अनुसार आज यानी सोमवार का तापमान माइनस (-1.2) डिग्री दर्ज किया गया. वहीं दिनांक 29-12-19 को तापमान माइनस (-1.6) डीग्री, दिनांक 28-12-19 को माइनस (-2.5) डीग्री दिनांक 27-12-19 को माइनस (-2.0) डीग्री और दिनांक 26-12-19 को माइनस (-1.0) डीग्री दर्ज किया गया.
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इन दिनों कड़ाके की सर्दी ने कश्मीर सा नजारा बना दिया है. पिछले 1 सप्ताह में मौसम के लगातार बदलाव के चलते जनजीवन खासा प्रभावित हुआ है. कभी कोहरा-शीतलहर, तो कभी ओलावृष्टि ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. इसपर कृषि पर्यवेक्षक प्रभातीलाल ने बताया कि फसलों को सर्दी और पाला से बचाने के लिए रात के समय खेतो में धुआं करना चाहिए और समय-समय पर हल्की सिंचाई भी करनी चाहिए.