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प्रदेश में दूर होगी ऑक्सीजन की किल्लत, अब 380 मीट्रिक टन का होगा कोटा - राजस्थान में ऑक्सीजन

कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बाद अस्पतालों में अचानक ऑक्सीजन की मांग बढ़ गई है. प्रदेश सरकार की ओर से कई बार केंद्र सरकार को ऑक्सीजन का कोटा बढ़ाने के लिए पत्र भी लिखा गया, जिसके बाद अब पहले के मुकाबले राजस्थान को 100 मीट्रिक टन ज्यादा ऑक्सीजन केंद्र की ओर से सप्लाई की जाएगी.

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प्रदेश में दूर होगी ऑक्सीजन की किल्लत

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Published : May 2, 2021, 12:55 AM IST

जयपुर.प्रदेश में कोविड- 19 संक्रमण के बढ़ते मामलों के बाद अस्पतालों में अचानक ऑक्सीजन की मांग बढ़ गई है. राज्य सरकार की ओर से कई बार केंद्र सरकार को ऑक्सीजन का कोटा बढ़ाने के लिए पत्र भी लिखा गया, जिसके बाद अब पहले के मुकाबले राजस्थान को 100 मीट्रिक टन ज्यादा ऑक्सीजन केंद्र की ओर से सप्लाई की जाएगी.

ऐसे में अब राजस्थान को जामनगर से 40 मीट्रिक टन भिवाड़ी से 100 मीट्रिक टन, पानीपत से 15 मीट्रिक टन, कलिंगा नगर से 60 मीट्रिक टन और बर्नपुर से 40 मीट्रिक टन लिक्विड ऑक्सीजन मिलेगी. इसके अलावा बात की जाए तो राजस्थान में मौजूदा समय में 125 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का उत्पादन किया जा रहा है, जिसके बाद ऑक्सीजन को लेकर राजस्थान का कोटा 380 मीट्रिक टन पहुंच जाएगा. ऐसे में अब राजस्थान को पश्चिम बंगाल और ओडिशा से 100 मीट्रिक टाइम ज्यादा ऑक्सीजन मिलेगी.

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ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स की खरीद के आदेश

इसके अलावा चिकित्सा विभाग की ओर से ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए 2,700 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स की खरीद के आदेश जारी कर दिए हैं. इनमें से 50 की आपूर्ति हो चुकी है और 600 की आपूर्ति आगामी तीन दिवस में हो जाएगी.

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इसके अलावा रेमडेसिविर इंजेक्शन खरीद की बात की जाए तो चिकित्सा विभाग ने दावा किया है कि 1 लाख से अधिक रेमडेसिविर इंजेक्शन का आवंटन किया जा चुका है, जिनमें से सरकारी अस्पतालों में लगभग 63,000 और निजी क्षेत्र के अस्पतालों में लगभग 39,000 से अधिक रेमडेसिविर इंजेक्शन का आवंटन हुआ है. कोविड इलाज में काम आने वाली अत्यधिक महंगी दवा टोसीलीजूमेब इंजेक्शन की भी सरकारी अस्पतालों में 75 से अधिक और निजी क्षेत्र के अस्पतालों में 25 इंजेक्शन की प्राप्ति हो चुकी है.

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