जयपुर. एसओजी को आदिवासी क्षेत्रों में निशुल्क वितरित किए जाने वाले गेहूं को दूसरी जगह डायवर्ट कर बेचे जाने की सूचना मिली थी. सूचना पर एसओजी उदयपुर टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 50 टन गेहूं बरामद किया है.
एसओजी ने किया गेहूं की कालाबाजरी का पर्दाफाश एसओजी और एटीएस के अतिरिक्त महानिदेशक अनिल पालीवाल ने बताया कि राजस संघ उदयपुर के मार्फत एफसीआई का गेहूं आदिवासी क्षेत्रों में उचित मूल्य की दुकानों द्वारा निशुल्क वितरित किया जाता है. जिसके परिवहन का ठेका दुलीचंद नाम के व्यक्ति ने अपने सहयोगियों के साथ ले रखा है. डीलरों से साठगांठ करके रास्ते में कट्टे गायब करके स्वयं के घर के पीछे बने गोदाम में ले जाता है. गोदाम में कट्टों से एफसीआई की छाप हटाकर सामान्य प्लास्टिक के कट्टों में नए सिरे से सिलाई करके पैक किया जाता था. इसके बाद इसे आटा मील्स और खुदरा विक्रेताओं को बेचकर मुनाफा कमाया जा रहा था.
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अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिम्मत सिंह देवल को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे. उन्होंने टीम गठित कर उदयपुर के अमरपुरा झरियाणा सलूंबर रोड इलाके में दबिश दी. सूचना के मुताबिक एसओजी की टीम मौके पर पहुंची, तो सलूंबर जाने वाले मेन रोड पर दो बड़े ट्रक और एक मिनी ट्रक खड़े पाए गए.
चालक टीम को देखकर पहले ही मौके से फरार हो गया. एसओजी ने तीनों ट्रकों से गेहूं के कट्टे और कट्टे सिलाई करने की मशीन को जब्त किया है. 50 टन गेहूं से भरे करीब 1035 कट्टे जब्त किए गए हैं. इसके बाद एसओजी द्वारा जावरमाइंस थाने में मामला दर्ज करवाया गया है. एसओजी आरोपियों की तलाश कर रही है. फिलहाल एसओजी पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है.
एसओजी ने जयपुर में लॉकडाउन का उल्लंघन करते हुए तंबाकू-बीड़ी से भरे 666 कार्टन समेत एक ट्रोले को जब्त किया है. मामले में 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. साथ ही चालक समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इस तंबाकू की कीमत करीब 1 करोड़ रुपए बताई जा रही है.