जयपुर. बीते दिनों विधानसभा में राजस्थान नगरपालिका संशोधन विधेयक 2021 पास होने के साथ ही नगर निगम बोर्ड में मनोनीत सदस्यों की संख्या 6 से बढ़ाकर 12, नगर परिषद में 5 से बढ़ाकर 8 और नगर पालिका में 4 से बढ़ाकर 6 कर दी गई है. वहीं, एक मनोनीत सदस्य विशेष योग्यजन होना भी निर्धारित किया गया, जिसके बाद प्रदेश के विभिन्न नगरीय निकायों में सदस्यों को मनोनीत करने का दौर जारी है.
इस क्रम में गुरुवार को राज्यपाल की आज्ञा से स्वायत्त शासन विभाग के निदेशक दीपक नंदी ने विभिन जिलों के नगरीय निकायों में मनोनीत सदस्यों की सूची जारी की. राजस्थान नगरपालिका अधिनियम 2009 की धारा 6(1)(क)(ii)(iv) में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए राज्य सरकार के आगामी आदेश अथवा नगर निगम/नगर परिषद/नगर पालिका मंडल की अवधि तक के लिए नगरीय निकायों में सदस्यों का मनोनयन किया गया है.
राजनीतिक नियुक्तियों का दौर जारी यह भी पढ़ेंःप्रताप के चक्रव्यूह में फंसी थी अकबर की सेना, एक युद्ध में 3 पीढ़ियों की शहादत...फिर चर्चा में आए हल्दीघाटी युद्ध की शौर्यगाथा
लक्ष्मणगढ़ - 6 सदस्य, शाहपुरा (भीलवाड़ा) - 6 सदस्य, टोंक - 8 सदस्य, देवली - 6 सदस्य, उनियारा - 6 सदस्य, भीलवाड़ा - 8 सदस्य, गंगापुर सिटी - 8 सदस्य, विद्याविहार - 6 सदस्य, वैर - 5 सदस्य, किशनगढ़ - 8 सदस्य, नसीराबाद - 2 सदस्य, नीमकाथाना - 2 सदस्य, श्रीमाधोपुर - 6 सदस्य, डीडवाना - 2 सदस्य, बड़ी सादड़ी - 6 सदस्य, भुसावर - 6 सदस्य, गंगापुर (भीलवाड़ा) - 6 सदस्य, उदयपुरवाटी - 6 सदस्य, रूपवास - 2 सदस्य, बांदीकुई - 6 सदस्य, चौमूं - 6 सदस्य, अजमेर - 12 सदस्य, बाली - 4 सदस्य, रतनगढ़ - 6 सदस्य, छापर - 6 सदस्य, राजलदेसर - 6 सदस्य, पुष्कर - 2 सदस्य
इन आदेशों में पूर्व में मनोनीत किए गए सदस्यों के नामों में भी परिवर्तन किया गया है. वहीं, रूपवास भरतपुर में मनोनीत सदस्य प्रेम सिंह अंधाना की मौत होने से रिक्त हुए स्थान पर उन्हीं के पुत्र तरुण सिंह अंधाना को लगाया गया है.