जयपुर.देशभर में कोरोना का कहर लगातार जारी है और कोरोना के चलते देश की अर्थव्यवस्था भी गड़बड़ा गई है. इसके साथ ही प्रदेश का पर्यटन ढांचा भी चरमरा गया है, लेकिन अब लॉकडाउन के बाद अनलॉक में दोबारा से राजस्थान में पर्यटन गुलजार होने लगा है. क्योंकि राजस्थान के पर्यटन के लिए अब अच्छी खबर भी सामने आ रही है. इसके साथ ही कोरोना के खौफ के आगे पर्यटन आगे की तरफ बढ़ रहा है. क्योंकि सितंबर की बात की जाए तो एक से 30 सितंबर के बीच राजस्थान में पर्यटकों की संख्या 84 हजारों के पार दर्ज की गई. ऐसे में उम्मीद भी की जा रही है कि सर्दियों में सैलानियों के आने की उम्मीद और होगी और राजस्थान में पर्यटन दोबारा से अपने पैरों पर खड़ा हो सकेगा.
वहीं, कोरोना महामारी पैर पसार रही है और कोरोना से जंग के बीच सैलानी भी पर्यटन स्थलों पर पहुंचने लगे हैं. क्योंकि कोरोना के ऊपर पर्यटन जीत के ऊपर बढ़ रहा है और राजस्थान पर्यटन के लिहाज से महत्वपूर्ण है. राजधानी जयपुर के स्मारक देश और दुनिया में इतने प्रसिद्ध हो चुके हैं कि गूगल पर एक क्लिक करते ही एक स्मारक के हजारों पेज खुल जाते हैं.
बता दें कि प्रदेश का पर्यटन ढांचा इतना मजबूत हुआ करता था कि जिसमें स्वाइन फ्लू, जीका जैसे कितने वायरस आक्रमण कर चुके हैं, लेकिन पर्यटन ढांचे को टस से मस नहीं कर सके, लेकिन इस बार पर्यटन ढांचे को काफी नुकसान हुआ और कोरोना के चलते 18 मार्च को सभी पर्यटन स्थलों को बंद कर दिया था. यही नहीं टूरिस्ट इंडस्ट्री को देखते हुए भी रिसोर्ट होटल रेस्टोरेंट हाथी गांव को भी बंद कर दिया था. जिससे पर्यटन उद्योग को अरबों का नुकसान भी हुआ था. हालांकि अनलॉक वन में 1 जून से पर्यटन स्थलों को दोबारा से शुरू कर दिया गया.