जयपुर. एमएसएमई इकाइयों संक्रमित कार्मिक मिलने पर कार्रवाई की अफवाहों के बीच प्रदेश सरकार ने साफ कर दिया कि इस तरह की कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी यह धारणा गलत है. अतिरिक्त मुख्य सचिव, उद्योग डॉ. सुबोध अग्रवाल ने कहा है कि प्रदेश में औद्योगिक इकाइयों में सामान्य और सहजता से उत्पादन कार्य आरंभ कराना हमारी प्राथमिकता है और इसी का परिणाम है कि प्रदेश में एमएसएमई इकाइयों सहित छह हजार से अधिक छोटी-बड़ी इकाइयों ने काम पुनः आरंभ करने की पहल की है.
उन्होंने उद्यमियों को विश्वास दिलाया कि किसी भी औद्योगिक इकाई में किसी भी श्रमिक या कार्मिक के संक्रमण ग्रसित पाए जाने पर इकाई और उस इकाई या प्रबंधन के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी. अतिरिक्त मुख्य सचिव, उद्योग ने कहा कि उद्यमियों के हितों को ध्यान में रखते हुए ही राज्य सरकार ने 19 अप्रैल को जारी दिशा-निर्देशों में व्यवस्था को और अधिक सरल बनाया है.
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उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी की भयावहता को देखते हुए कम से कम कार्मिकों/श्रमिकों से उत्पादन कार्य कराने के साथ ही परिसर में ही रहने की व्यवस्था करने, सोशल डिस्टेंस को मेंटेन करने, सैनिटाइजर, साबुन, परिसर को रोगाणु रहित करवाने के साथ ही निर्धारित सुरक्षा मानकों की पालना के लिए कहा गया है.