जयपुर. प्रदेश में चल रही सियासी उठापटक के बीच भाजपा के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने सोमवार को पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और सचिन पायलट की मुलाकात की खबरों को लेकर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि उनकी मुलाकात अब हो रही है पिछले 1 महीने से वे क्या कर रहे थे. रामलाल शर्मा ने कहा कि प्रदेश में लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकार जा चुकी है. साथी रामलाल शर्मा ने विधायकों को डराने और धमकाने का भी आरोप लगाया.
रामलाल शर्मा का कांग्रेस पर हमला भाजपा प्रदेश कार्यालय में हुई प्रेस वार्ता में रामलाल शर्मा ने कहा कि काफी समय से राजस्थान की सरकार होटल में बंद है. दूसरी तरफ वह कहती है कि हमारे पास स्पष्ट बहुमत है. बीजेपी यह नहीं कहती कि फ्लोर टेस्ट कराया जाए, लेकिन आप लोगों के झगड़े में प्रदेश की 8 करोड़ की जनता का नुकसान हो रहा है. शर्मा ने कहा कि झगड़ा इन लोगों का है. संवाद इनके बीच में नहीं हो रहा है.
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मुख्यमंत्री और पूर्व उपमुख्यमंत्री में डेढ़ साल से कोई संवाद नहीं हुआ. एक दूसरे को असंवैधानिक शब्दों से भी एक दूसरे को यही लोग संबोधित कर रहे हैं. इन सब के बावजूद भी आरोप-प्रत्यारोप भाजपा पर लगा रहे हैं. आज विपरीत हालातों में जनता को सरकार ने छोड़ रखा है. मानसून भी प्रदेश को धोखा देता नजर आ रहा है. कई जिलों में अकाल की स्थिति बनी हुई है. कई जिले टिड्डियों से प्रभावित है. इन सबके बावजूद विधायकों को प्रलोभन दिया जा रहा है और उन्हें डराया धमकाया जा रहा है.
शर्मा ने कहा कि जब किसी सत्ता पक्ष के पास में विधायक आते हैं तो वे उनके इमानदार विधायक होते हैं. जब कोई विधायक दूसरे गुट में चला जाता है तो आरोप भाजपा पर लगाया जाता है. भाजपा पर मोटी रकम देने का आरोप लगा देते हैं और रकम की राशि भी प्रदेश के मुखिया खुद ही तय करते हैं. सरकार जनता को गुमराह कर अपनी सत्ता बचाने का काम कर रही है.
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शर्मा ने कहा कि बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए उदयपुरवाटी के विधायक भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के लिए धमकी भरे शब्दों का उपयोग करते हैं. यह साबित करता है कि प्रदेश में लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकार जा चुकी है. शर्मा ने यहां तक कहा कि यदि प्रदेश में सरकार संवैधानिक तरीके से काम नहीं कर रही है तो राज्यपाल और केंद्रीय एजेंसी को इसमें हस्तक्षेप करना चाहिए. दिल्ली में कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और असंतुष्ट गुट के बीच वार्ता को लेकर भी रामलाल शर्मा ने कहा कि यदि वार्ता अब हो रही है तो पिछले 1 महीने से क्या किया जा रहा था. जिस उम्मीद के साथ जनता सरकार को चुन कर लाई थी, उस पर खरा उतरने का प्रयास करना चाहिए.