जयपुर. राजधानी जयपुर के आमेर थाना इलाके में न्यायालय की ओर से नियुक्त कमिश्नर को मौका मुआयना के दौरान बंधक बनाने का मामला सामने आया है. आमेर के अपर सिविल न्यायाधीश महानगर मजिस्ट्रेट क्रम संख्या 18 महानगर द्वितीय ने जमीन विवाद मामले में एक एडवोकेट महेंद्र कुमार वर्मा को कमिश्नर नियुक्त किया था.
न्यायालय की ओर से नियुक्त कमिश्नर जब मौका मुआयना करने के लिए आमेर के कुंडा इलाके में सीआईएसएफ के पास पहुंचे तो दूसरे पक्ष के लोगों ने कमिश्नर को दुकान के शटर के अंदर बंद करके बाहर से ताला लगा दिया. कमिश्नर महेंद्र कुमार वर्मा के साथ एडवोकेट राजेश कुमार बुनकर और आशीष खटीक भी थे. तीनों वकीलों को शटर के अंदर बंद कर दिया गया. इसके बाद मौका कमिश्नर ने आमेर एसोसिएशन के अधिवक्ताओं और आमेर कोर्ट को बंधक बनाए जाने की सूचना दी. आमेर मजिस्ट्रेट ने पुलिस को त्वरित कार्रवाई करते हुए बंधक बनाए कमिश्नर और अन्य वकीलों को मुक्त करवाने के निर्देश दिए.
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सूचना मिलते ही आमेर थाना पुलिस, आमेर बार एसोसिएशन के पदाधिकारी और अन्य अधिवक्ता घटनास्थल पर पहुंचे. मौके पर जाकर देखा गया तो न्यायालय की ओर से नियुक्त कमिश्नर और अन्य दो अधिवक्ता दुकान के अंदर बंद थे और बाहर से ताला लगा था. पुलिस ने गेट का ताला खोलकर कमिश्नर और वकीलों को मुक्त करवाया. इसके बाद पीड़ित कमिश्नर और अधिवक्ताओं को थाने पर लाया गया. पीड़ित अधिवक्ता पक्ष की ओर से आमिर थाने में रिपोर्ट भी दर्ज करवाई गई है. वहीं पुलिस ने इस मामले में आरोपी पक्ष के एक व्यक्ति को भी हिरासत में लिया है. फिलहाल आमेर थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है.
आमेर थाना अधिकारी शिवनारायण यादव ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि न्यायालय की ओर से नियुक्त किए गए कमिश्नर मौका निरीक्षण के लिए आमेर के कुंडा इलाके में सीआईएसफ के पास गए थे. वहां पर रिपोर्ट करने के लिए अंदर घुसे तो बाहर से शटर बंद करके ताला लगा दिया गया. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मौका कमिश्नर व अन्य वकीलों को मुक्त करवाया. अधिवक्ताओं की रिपोर्ट के आधार पर जांच की जा रही है.