जयपुर. मौसमी बीमारियों के आंकड़ों को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि आंकड़ा छुपाना ठीक बात नहीं है. अगर आंकड़े छिपाए जाएंगे तो विशेषज्ञ इसका अध्ययन करके समाधान कैसे निकालेंगे.
सीएम ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने वर्ष 2019 में चुनाव के वक्त एनएसएसओ (National Sample Survey Organization) के आंकड़े छुपाए थे, क्योंकि आंकड़े उनके खिलाफ आ गए थे. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज मौसमी बीमारियों को लेकर समीक्षा बैठक ली. इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पहली बार इतने बड़े रूप में डेंगू आया है.
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सीएम ने कहा कि एक्सपर्ट भी इस बात को मान रहे हैं कि इस तरह के वैरिएंट के साथ डेंगू इतने बड़े स्केल पर पहली बार सामने आया है. सीएम गहलोत ने कहा कि आरोप लग रहे हैं कि डेंगू के मामलों को छुपाया जा रहा है, लेकिन मैं आश्वस्त करना चाहता हूं कि हमारी सरकार किसी भी तरह के कोई भी आंकड़े नहीं छुपाती है, क्योंकि हम इस को भली-भांति समझते हैं कि अगर आकर छुपाई जाएंगे तो एक्सपर्ट इसका समाधान कैसे निकालेंगे. जितने आंकड़े सही होंगे, उतना प्रबंधन सही होगा.
सीएम गहलोत ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आंकड़े छुपाने के काम केंद्र सरकार करती है. भारत सरकार से हमारी शिकायत रहती है कि एनएसएसओ के आंकड़े छिपाए गये. क्योंकि आंकड़े उनके खिलाफ आ गये थे और उस वक्त 2019 के चुनाव होने थे. इसे लेकर बहुत आलोचना हुई थी. गहलोत ने कहा कि आंकड़ों का ही खेल है, इसके आधार पर नीतियां-कार्यक्रम बनते हैं. अगर लापरवाही नहीं है तो चिन्ता किस बात की है. हमारे यहां आंकड़े छिपाने का रिवाज नहीं है.
प्राइवेट अस्पताल मानवीय दृष्टिकोण रखें
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि प्रदेश की स्वस्थ्य सेवाओं पर प्राथमिकता के साथ काम कर रही है. लगभग हर जिले में मेडिकल कॉलेज खुल रहे हैं. 50 फीसदी केन्द्र और 50 फीसदी पैसा राज्य दे रहा है. कोरोना के वक्त राजस्थान के प्रबंधन को लेकर जगह-जगह तारीफ हुई. इस दौरान सीएम गहलोत ने निजी अस्पताल मालिकों को भी नसीहत दी. गहलोत ने कहा कि प्राइवेट अस्पतालों में बिल बहुत ज्यादा बनता है. प्राइवेट अस्पताल मानवीय दृष्टिकोण रखें. ताकि लोगों को नुकसान न हो.