जयपुर.कोरोना महामारी के संकट में समाज के कुछ लोग ऐसे निकल कर सामने आए हैं, जो जरूरतमंदों के लिए दो वक्त के भोजन की व्यवस्था में जुटे रहते हैं. इसी तरह राजधानी की ठाकुर भोग सेवा लॉकडाउन के दौरान हजारों जरूरतमंदों की भूख मिटा रही है. ठाकुर भोग सेवा को कुछ लोगों ने शुरू किया था, लेकिन बाद में समाजसेवी आते गए और सहयोग मिलता गया.
ठाकुर भोग सेवा मिटा रही हजारों लोगों की भूख शहर के विद्याधर नगर, शास्त्री नगर और आसपास की कच्ची बस्तियों में और फुटपाथ पर जीवन यापन करने वाले लोगों को करीब डेढ़ महीने से ये ठाकुर भोग सेवा की तरफ से भोजन करवाया जा रहा है. इसमें पांच रोटी, दो केले, मिक्स सब्जी और दाल चावल भी दिए जाते हैं. इसके अलावा खीर-पुड़ी भी दी जाती है.
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इस रसोई को शुरू करने वाले समाजसेवी डॉक्टर विनीत शर्मा बताते हैं कि लॉकडाउन के दौरान लोगों को सरकार के स्तर पर मदद नहीं आने तक लोगों को भोजन कराने का सोचकर इसकी शुरुआत की थी. ये काम दो-चार दिन के लिए ही शुरू किया था, लेकिन बाद में अच्छे-अच्छे लोग जुड़ते गए और अभी तक कच्ची बस्ती और फुटपाथ पर जीवन यापन करने वाले लोगों को भोजन कराने का काम जारी है. ये लॉकडाउन हटने तक जारी रहेगा.
ठाकुर भोग सेवा जरिेए जरूरतमंद लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के ध्यान रखते हुए पंगत में बिठाकर भोजन कराया जाता है. भोजन से पहले जगह को पूरी तरह सैनिटाइज किया जाता है, ताकि किसी तरह से बीमारी का खतरा नहीं हो. विनीत बताते हैं कि इस ठाकुर भोग सेवा में डॉक्टर, रिटायर्ड आर्मी अफसर, बिजनेसमैन हैं.
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साथ ही बताया कि यहां हर दिन सुबह-शाम 500 से अधिक लोगों का भोजन तैयार किया जाता है. खाना यहां सब के आपसी सहयोग से तैयार किया जाता है. लॉकडाउन के नियमों की पालना हो, इसके लिए भोजन पकाने के फार्मूले को कुछ इस तरह से कर रखा है कि सब्जी एक जगह बनेगी, रोटी और चावल अलग-जगह तैयार किए जाते हैं. ताकि किसी तरह से संक्रमण के फैलने का अंदेशा नहीं रहे.