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मटके की जगह पानी की बोतल की ब्रांडिंग पर भड़के शिक्षक, 'ऊंट हमसे ज्यादा समझदार कैसे'?

बोतल बंद पानी की कंपनी के एक विज्ञापन को लेकर शिक्षकों में गहरी नाराजगी है. इस विज्ञापन में शिक्षकों और भारतीय संस्कृति का अपमान का आरोप लगाते हुए अब राजस्थान एकीकृत शिक्षक महासंघ ने मुकदमा दर्ज करवाने का निर्णय लिया है. महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष हरपाल दादरवाल ने यह जानकारी दी है.

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बोतल बंद पानी

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Published : May 1, 2021, 11:36 PM IST

जयपुर.बोतल बंद पानी की मशहूर कंपनी के एक विज्ञापन को लेकर शिक्षकों में गहरी नाराजगी है. इस विज्ञापन में शिक्षकों और भारतीय संस्कृति का अपमान का आरोप लगाते हुए अब राजस्थान एकीकृत शिक्षक महासंघ ने मुकदमा दर्ज करवाने का निर्णय लिया है. महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष हरपाल दादरवाल ने यह जानकारी दी है.

राजस्थान एकीकृत शिक्षक महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष हरपाल दादरवाल ने शनिवार को प्रेस नोट जारी कर बताया. कंपनी ने हाल ही में एक विज्ञापन जारी किया है, जिसमें शिक्षकों के मान-सम्मान और भारतीय समाज में चली आ रही मटके से पानी-पीने की परंपरा को अपमानित किया गया है. इससे देश और प्रदेश के शिक्षकों में रोष है. उनका कहना है, इस विज्ञापन में ऊंट को शिक्षकों से ज्यादा समझदार दिखाया गया है. यह निंदनीय है और शिक्षक समुदाय का अपमान है. राजस्थान एकीकृत शिक्षक महासंघ इस विज्ञापन की कड़े शब्दों में निंदा करता है.

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उनका कहना है, इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सूचना एवं प्रसारण मंत्री और केंद्रीय शिक्षा मंत्री को पत्र भेजकर आपत्ति जताई गई है. साथ ही मांग की है कि कंपनी यह विज्ञापन वापस लेकर शिक्षकों से सार्वजनिक रूप से माफी मांगे. इसके साथ कंपनी और इस विज्ञापन को प्रसारित करने की अनुमति देने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाए. महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष दादरवाल ने कहा, महासंघ ने यह निर्णल लिया है कि कंपनी के खिलाफ पुलिस में मामला भी दर्ज करवाया जाएगा. ताकि भविष्य में कोई भी शिक्षक समुदाय की भावनाओं को ठेस न पहुंचा सके.

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