जयपुर. सांभर झील (Sambhar Lake) कस्बे में कौओं की मौत का मामला सामने आने के बाद पशु पालन विभाग, वन विभाग और सांभर साल्ट प्रबंधन के साथ ही स्थानीय प्रशासन भी अलर्ट हो गया है. खारे पानी की सांभर झील के आसपास जहां प्रवासी पक्षियों ने बसेरा बना रखा है. वहां भी एहतियात के तौर पर निगरानी बढ़ा दी गई है. कौओं की मौत का कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं है.
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दरअसल, सांभर कस्बे में एक्सीडेंट फाटक से तलाई वाले बालाजी मंदिर के पास गुरुवार को करीब 24 कौए मृत मिले थे. जबकि दो कौए अचेत पाए गए थे. मौके पर पहुंचे वन विभाग के कर्मचारियों ने शवों के सैंपल जांच के लिए भिजवाए और अचेत कौओं को काचरोदा स्थित वन विभाग के रेस्क्यू सेंटर में उपचार के लिए भिजवाया गया था.
इस घटना के बाद वन विभाग, पशुपालन विभाग और सांभर साल्ट प्रबंधन के साथ ही स्थानीय प्रशासन के भी कान खड़े हो गए हैं. सांभर स्थित खारे पानी की झील के उन इलाकों में निगरानी बढ़ा दी गई है. जहां प्रवासी पक्षियों की आवक है. इसके लिए बाकायदा सांभर साल्ट प्रबंधन की ओर से कर्मचारियों को मुस्तैद रहने और किसी भी पक्षी की मौत होने या शव मिलने पर उच्चाधिकारियों को जानकारी देने के निर्देश दिए गए हैं.
फिलहाल राहत की बात यह है कि सांभर झील (Sambhar Lake) में आने वाले प्रवासी पक्षियों की मौत का एक भी मामला इस साल अब तक सामने नहीं आया है. बता दें कि सांभर झील में 2019 में हुई पक्षी त्रासदी में बड़ी संख्या में कई प्रजातियों के प्रवासी पक्षियों की मौत हुई थी.