जयपुर.नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की ओर से हाल ही में जारी किए गए वर्ष 2020 के आंकड़ों पर नजर डालें तो राजस्थान में सुसाइड के प्रकरणों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. यहां राजस्थान में वर्ष 2019 में सुसाइड के कुल 4531 प्रकरण दर्ज किए गए थे तो वहीं 2020 में यह मामले बढ़कर 5658 हो गए थे. राजस्थान में वर्ष 2020 में 4027 पुरुष, 1630 महिलाएं और एक ट्रांसजेंडर ने सुसाइड किया. सुसाइड के इन प्रकरणों के पीछे अनेक कारण निकल कर सामने आए हैं.
इसमें दहेज उत्पीड़न में 124 महिलाओं ने सुसाइड किया, एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर के कारण 140 लोगों ने खुदकुशी की, तलाक के चलते 140 लोगों ने अपनी जान दे दी तो वहीं बैंकरप्ट होने के कारण भी 8 लोगों ने मौत को गले लगा लिया. इसके साथ ही शादी से संबंधित अन्य समस्याओं के चलते 502 लोगों ने सुसाइड किया तो वहीं शादी के प्रकरणों में समझौता नहीं होने पर भी 163 लोगों ने आत्महत्या कर ली.
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इसी प्रकार परीक्षा में फेल होने पर 100 लोगों ने अपनी जान दे दी, पारिवारिक समस्याओं से परेशान होकर 2077 लोगों ने आत्महत्या कर ली, विभिन्न बीमारियों से ग्रसित 818 लोगों ने सुसाइड किया. नशे की लत के चलते 160 लोगों ने खुदकुशी कर ली. आंकड़ों के अनुसार सामाजिक प्रतिष्ठा में कमी आने के चलते 29 लोगों ने सुसाइड किया, आइडियोलॉजिकल कारणों से भी एक व्यक्ति ने सुसाइड कर लिया. वहीं प्रेम-प्रसंग के चलते भी 661 लोगों ने अपनी जान दे दी. गरीबी के चलते 93 लोगों ने सुसाइड किया, बेरोजगारी के चलते 118 लोगों ने सुसाइड किया. प्रॉपर्टी संबंधित विवादों के चलते 140 लोगों ने सुसाइड किया, कैरियर प्रॉब्लम के चलते 48 लोगों ने सुसाइड किया. वहीं कृषि व्यवसाय से जुड़े 101 लोगों ने भी आर्थिक नुकसान के चलते खुदकुशी कर ली.
व्यवहार में बदलाव देखकर रोक सकते हैं सुसाइड