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जीवनसाथी बना सारथी कार्यक्रम, अपने-अपने क्षेत्र में सफल महिलाओं और उनके पति का सम्मान - वेलेंटाइन वीक पर जयपुर में कार्यक्रम

दुनियाभर में वेलेंटाइन वीक मनाया जा रहा है. इस उपलक्ष्य में राजधानी जयपुर में एक अनूठा कार्यक्रम हुआ. जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में सफल महिलाओं ने बताया कि कैसे अरेंज मैरिज के बाद उनके पति ने उनके सपनों को पंख दिए. जिसकी बदौलत वह आज इस मुकाम पर पहुंची हैं. इस मौके पर 11 दंपतियों को सम्मानित भी किया गया.

वेलेंटाइन वीक पर जयपुर में कार्यक्रम, Events on valentine week in jaipur
वेलेंटाइन वीक पर जयपुर में कार्यक्रम

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Published : Feb 10, 2021, 9:55 PM IST

जयपुर. इन दिनों दुनियाभर में वेलेंटाइन वीक मनाया जा रहा है. वेलेंटाइन डे प्रेमी जोड़ों के लिए खास माना जाता है. राजधानी जयपुर में शिल्पी फाउंडेशन की ओर से वेलेंटाइन के मौके पर एक अनूठा कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में सफल महिलाओं और उनके पति का सम्मान किया गया.

वेलेंटाइन वीक पर जयपुर में कार्यक्रम

जिन्होंने अरेंज मैरिज के बाद पारिवारिक और सामाजिक परंपराओं का निर्वाह करते हुए अपने क्षेत्र में उल्लेखनीय मुकाम हासिल किया है. इसके साथ ही इन दंपतियों ने अपने जीवन के संघर्ष और सफलता की कहानी भी मंच से शेयर की. ताकि उनसे दूसरे लोगों की भी प्रेरणा मिले. इस कार्यक्रम में जयपुर हैरिटेज नगर निगम की मेयर मुनेश गुर्जर और निर्भया स्क्वायड की नोडल ऑफिसर सुनीता मीणा भी मौजूद रहीं.

शिल्पी फाउंडेशन की शिल्पी अग्रवाल ने बताया कि जीवनसाथी बना सारथी कार्यक्रम में 11 ऐसे दंपतियों को सम्मानित किया गया है. जिन्होंने हर हाल में एक-दूसरे पर भरोसा बनाए रखा और आखिरकार उन्हीने अपने जीवन में एक अलग मुकाम हासिल किया.

जयपुर हैरिटेज नगर निगम की मेयर मुनेश गुर्जर का कहना है कि जीवनसाथी को हमेशा एक-दूजे का सारथी बनना चाहिए. पति-पत्नी दोनों को अपने-अपने क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए हर कदम पर एक-दूसरे का साथ जरूरी होता है. उन्होंने यह भी कहा कि आज वह जिस मुकाम पर है. वह अपने पति के कारण ही है. उन्होंने राजनीति में आने के लिए पूरा सहयोग दिया और हमेशा उत्साहवर्धन किया.

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राजस्थान नर्सेज वूमन वेलफेयर ऑर्गनाइजेशन की अध्यक्ष विनीता शेखावत ने कहा कि उनकी सफलता में उनके पति का अहम योगदान है. उन्होंने यह भी बताया कि जब वे 11वीं कक्षा में थी तभी उनकी शादी हो गई थी. शादी के बाद पढ़ाई पूरी करने का मामला हो या उसके बाद नर्सिंग की ट्रेनिंग करने की तमन्ना. हर कदम पर उनके पति ने उनका साथ दिया और इसी कारण वह आज इस मुकाम पर है. इस मौके पर दंपतियों का सम्मान किया गया और कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति भी दी गई.

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