जयपुर: बुधवार को उन परिवारों के लिए जश्न का दिन रहा, जहां से आरएएस के टॉपर्स निकले. RAS 2018 के परीक्षा परिणाम में जयपुर की शिवाक्षी खांडल ने प्रदेश में तीसरा स्थान हासिल किया है. दोनों ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की है. शिवाक्षी ने बताया कि शुरुआत में उन्होंने ये सोचा नहीं था कि उनका सिलेक्शन भी होगा. हालांकि पढ़ाई इंप्रूव की तो लगा कि रैंक अचीव कर सकती हैं. लेकिन टॉप 10 में जगह मिलेगी ये नहीं सोचा था. सिलेक्शन के बीच 3 साल के दौरान कोरोना काल भी रहा. जिसमें पेशेंस की भी टेस्टिंग हुई. कोशिश यही रही कि अवसाद से दूर रहें.
वर्षा शर्मा ने RAS 2018 परीक्षा में 5वीं रैंक हासिल की है. वर्षा पहले भी आरएएस क्वालीफाई कर चुकी हैं. इस बार रैंक सुधारने के लिए एग्जाम दिया था. अपनी इस कोशिश में वो कामयाब रहीं. वर्षा कहती हैं कि आरएएस एग्जाम ने धैर्य और नियमितता सिखाई है. कोरोना काल में इसका बहुत लाभ मिला.
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प्रशासनिक अमले में फैल रहे भ्रष्टाचार पर शिवाक्षी ने कहा कि भ्रष्टाचार एक व्यक्तिगत मामला है. पूरे प्रशासन में भ्रष्टाचार व्याप्त नहीं है. कुछ लोगों की वजह से प्रशासन पर ये इल्जाम लगता है. उनके पूरे प्रयास रहेंगे कि वो आखिरी तक ईमानदार बनी रहें. यह अपेक्षा रहेगी कि सबडिवीजन एडमिनिस्ट्रेशन और कार्यालय के दूसरे साथी भी ईमानदारी से काम करें.
जेंडर इक्वलिटी (Gender equality)पर शिवाक्षी ने कहा कि जब भारत स्वतंत्र हुआ था, तब से लेकर अबतक महिलाओं की भागीदारी काफी बढ़ी है. अभी देश ओलंपिक में पार्टिसिपेट कर रहा है तो उसमें भी काफी महिला खिलाड़ी भाग ले रही हैं. ऐसे में लगता है कि देश धीरे-धीरे जेंडर इक्वालिटी की तरफ बढ़ रहा है.
शिवाक्षी ने यह भी कहा कि सब डिवीजन में जितने भी कार्यालय होंगे, उन्हें आमजन के लिए सुगम बनाना, डिजिटल करना लक्ष्य है. प्राथमिकता शिक्षा और चिकित्सा विभाग रहेंगे. 2 महीने पहले ही शिवाक्षी के पिता का निधन हो गया था. बीते 10 साल से वो बीमार थे. शिवाक्षी ने उनकी सेवा करते हुए अपनी पढ़ाई को आगे बढ़ाया और ये मुकाम हासिल किया. मां ने बताया कि शिवाक्षी ने पहले बीटेक किया था और कभी सोचा नहीं था कि वो इस फील्ड में आएगी. हालांकि जब शिवाक्षी ने अपना फील्ड चेंज किया तो उसमें पूरी तरह जुटी रही. पिता के देहावसान के बावजूद इंटरव्यू में खुद को संभाला. शिवाक्षी ने ना सिर्फ पढ़ाई की बल्कि परिवार को भी संभाला. इस नजरिए से भी ये बड़ा अचीवमेंट है.