जयपुर.बैंक की गलत नीतियों के चलते राजस्थान मरुधरा ग्रामीण बैंक के कर्मचारी पिछले 3 दिनों से हड़ताल पर हैं और प्रदेश की करीब 702 शाखाएं 3 दिन से पूरी तरह से बंद पड़ी हैं. कर्मचारियों का कहना है कि उनकी हड़ताल पूरी तरह से सफल है. खासकर बैंक के युवा वर्ग में बैंक की गलत नीतियों के कारण काफी आक्रोश है. जयपुर में भी बुधवार को लालकोठी स्थित राजस्थान मरुधरा ग्रामीण बैंक के बाहर कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया.
प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने बताया कि हम काफी समय से अपनी मांगों को लेकर प्रबंधन से बात कर रहे हैं. लेकिन, अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है. इसलिए मजबूरी में हमें हड़ताल का निर्णय करना पड़ा है और पिछले 3 दिनों में बैंक की शाखाएं बंद होने के बावजूद भी हमसे वार्ता के लिए कोई पहल नहीं की गई.
बैंक की गलत नीतियों के विरोध में बैंक में हड़ताल क्रॉस सैलिंग के नाम पर दलाली लेकर अधिकारी जाते है घूमने
राजस्थान मरुधरा ग्रामीण बैंक यूनिट के सचिव राजेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि बैंक की ओर से क्रॉस सैलिंग के नाम पर दलाली ली जाती है. मजदूर और किसानों का क्रॉस सैलिंग के नाम पर इंश्योरेंस कर दिया जाता है. इसके बाद मजदूरों और किसानों को कम पैसा दिया जाता है. इससे उन्हें आर्थिक नुकसान होता है. इसके अलावा बैंक के कर्मचारियों का भी काम करने का कोई समय तय नहीं है. उनसे ज्यादा समय तक काम कराया जाता है.
वहीं उन्होंने यह भी कहा कि सुबह 10 से शाम 5 बजे के बाद भी कर्मचारियों के पास कभी भी कॉल आ जाता है. बैंक के उच्च अधिकारी क्रॉस सेलिंग के नाम पर दलाली लेकर बाहर घूमने चले जाते हैं. इसीलिए अनिश्चितकालीन हड़ताल की जा रही है. उन्होंने यह भी कहा कि जब भी बैंक हमें वार्ता के लिए बुलाएगा हम जरूर जाएंगे.
मुद्रा लोन में उड़ाई जा रही है नियमों की धज्जियां
आल इंडिया ग्रामीण बैंक ऑफिसर्स ऑर्गेनाइजेशन के राष्ट्रीय समन्वयक आरके गौतम ने बताया कि फिलहाल 15 जिलों में हमारा आंदोलन चल रहा है. धीरे-धीरे यह पूरे देश में फैलेगा.
वहीं, क्रॉस सैलिंग की जांच के लिए श्वेत पत्र जारी होना चाहिए. मुद्रा लोन में नियमानुसार कोई भी सिक्योरिटी नहीं लेनी चाहिए लेकिन बैंक में सिक्योरिटी लेकर मुद्रा लोन दिया जा रहा है. उनसे सर्विस चार्ज भी लिया जा रहा है. ट्रांसफर की कोई पॉलिसी बनी हुई नहीं है. बिना चर्चा की मित्र कमेटी की सिफारिशें लागू कर दी गई. उन्होंने कहा कि यह पूरा आंदोलन किसान और बैंक को बचाने के लिए किया जा रहा है.