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जागते रहो: व्हाट्सएप अकाउंट हैक कर भी हो सकती है ठगी, बचने के लिए अपनाएं ये तरीके - व्हाट्सएप अकाउंट हैक कर ठगी

साइबर ठग नित दिन ठगी के नए नए तरीके अपना रहे हैं. ऐसे में हमें हर तरह से सजग रहने की जरूरत है. साइबर ठग आज कल लोगों के व्हाट्सएप अकाउंट हैक कर उनके परिचितों से मदद मांगने का झांसा देकर ठगी कर रहे हैं. क्या हैं इससे बचने के तरीके जानिए साइबर एक्सपर्ट आयुष भारद्वाज की राय.

WhatsApp account hacked to cheat, व्हाट्सएप अकाउंट हैक कर ठगी
व्हाट्सएप अकाउंट हैक कर ठगी की वारदात

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Published : Jan 11, 2021, 1:33 PM IST

जयपुर.साइबर ठग इन दिनों एक नए तरीके से लोगों को अपनी ठगी का शिकार बना रहे हैं. लोगों के व्हाट्सएप अकाउंट हैक कर उनके परिचितों से मदद मांगने का झांसा देकर ठगी कर रहे हैं. इससे पहले भी साइबर ठगों की ओर से लोगों के फेसबुक अकाउंट को हैक कर या फर्जी आईडी क्रिएट कर मदद के नाम पर ठगा जाता रहा है, जिसे लेकर पुलिस की ओर से लोगों को काफी जागरूक किया गया और जब लोग ठगों के झांसे में आने से बचने लगे तो ठगों ने अब लोगों को अपना शिकार बनाने का नया तरीका अपनाया है. व्हाट्सएप अकाउंट हैक कर लोगों से हो रही ठगी का अंदाजा ना तो उस व्यक्ति को होता है जिसका व्हाट्सएप अकाउंट हैक किया गया है और ना ही उस व्यक्ति को जिस से राशि ठगी गई है.

व्हाट्सएप अकाउंट हैक कर ठगी की वारदात

व्हाट्सएप अकाउंट हैक कर लोगों को ठगी का शिकार बनाने के कई मामले सामने आए हैं. इन सभी मामलों में ठगी का तरीका एक ही है. साइबर ठग किसी एक व्यक्ति का व्हाट्सएप अकाउंट हैक करता है और फिर उस व्यक्ति की व्हाट्सएप पर जिस व्यक्ति से ज्यादा चैट हो रही है उस व्यक्ति को खुद के मुसीबत में फंसे होने और कुछ राशि की सहायता मांगने का मैसेज करता है और सहायता के ऑनलाइन पेमेंट के जरिए पैसे मांगता है. वहीं, जिस व्यक्ति का व्हाट्सएप अकाउंट हैक किया गया है, उसे जब तक इसकी भनक लगती है तब तक साइबर ठग ठगी की वारदात को अंजाम दे चुके होते हैं.

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इस तरह से बनाया जा रहा ठगी का शिकार

व्हाट्सएप अकाउंट हैक कर ठगी की वारदात

1. OTP मांग कर व्हाट्सएप अकाउंट हैक

साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट आयुष भारद्वाज बताते हैं कि साइबर ठगों को जिस व्यक्ति का व्हाट्सएप अकाउंट हैक करना होता है पहले उसे फोन करते हैं, उसके बाद फोन पर आए ओटीपी की मांग करते हैं. साइबर ठग खुद को सिम प्रोवाइडर कंपनी का प्रतिनिधि बताकर या फिर अन्य तरीकों की स्कीम का झांसा देकर ओटीपी की मांग करते हैं. वो कहते हैं कि यूजर के मोबाइल पर जो ओटीपी आता है उसमें कहीं पर भी यह मेंशन नहीं होता है कि यह ओटीपी व्हाट्सएप अकाउंट को एक्टिवेट करने के लिए है. ऐसे में यूजर साइबर ठग के झांसे में आकर उसके मोबाइल पर आए हुए ओटीपी को साइबर ठग के साथ साझा कर देता है, जैसे ही ओटीपी साइबर ठग के हाथ आता है, वैसे ही यूजर का व्हाट्सएप अकाउंट हैक कर लिया जाता है और यूजर का व्हाट्सएप अकाउंट साइबर ठग अपने मोबाइल पर एक्टिवेट कर लेता है.

2. यूजर के परिचितों को भेजे जाते हैं मैसेज

साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट आयुष भारद्वाज बताते हैं कि यूजर का व्हाट्सएप अकाउंट हैक करने के बाद साइबर ठग यूजर के तमाम व्हाट्सएप कॉन्टैक्ट को अपने फोन में सिंक्रोनाइज कर लेता है. उसके बाद यूजर के तमाम परिचितों को एक मैसेज भेजा जाता है, जिसमें यूजर के मुसीबत में या मेडिकल इमरजेंसी में होने का हवाला देते हुए पेटीएम या अन्य ऑनलाइन पेमेंट एप के जरिए रुपयों की सहायता मांगी जाती है. ऐसे में यूजर के परिचित भी यह नहीं जान पाते हैं कि साइबर ठगों की ओर से यूजर का व्हाट्सएप अकाउंट हैक कर ठगी की जा रही है. साइबर ठगों की ओर से मांगी गई राशि यूजर के परिचित की तरफ से ठग के पेटीएम अकाउंट या अन्य अकाउंट में जमा करा दिए जाते हैं.

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ठगी से बचने के लिए अपनाएं ये उपाय

व्हाट्सएप अकाउंट हैक कर ठगी की वारदात

1. किसी से भी OTP ना करें शेयर

साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट आयुष भारद्वाज बतातें हैं कि साइबर ठगों के झांसे में आने से बचने के लिए किसी भी व्यक्ति की ओर से फोन कर अगर ओटीपी की मांग की जाती है, तो उसे ओटीपी शेयर ना करें. जब तक यूजर मोबाइल में आए हुए ओटीपी को साइबर ठग के साथ साझा नहीं करेगा तब तक यूजर का व्हाट्सएप अकाउंट साइबर ठग की ओर से हैक नहीं किया जा सकेगा. इसके साथ ही व्हाट्सएप पर आने वाली तमाम अपडेट को लगातार अपडेट करते रहें. व्हाट्सएप की सिक्योरिटी पॉलिसी को भी लगातार अपडेट करते रहें.

2. टू स्टेप वेरिफिकेशन और पिन को रखें एक्टिवेट

साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट आयुष भारद्वाज बताते हैं कि साइबर ठगों का शिकार होने से बचने के लिए यूजर व्हाट्सएप की प्राइवेसी सेटिंग में जाकर टू स्टेप वेरिफिकेशन और पिन वेरिफिकेशन को हमेशा एक्टिवेट रखें. ऐसे में अगर साइबर ठग की ओर से यूजर के मोबाइल पर आए हुए ओटीपी को मांग भी लिया जाता है, तो उसके बावजूद भी साइबर ठग यूजर का व्हाट्सएप अकाउंट हैक नहीं कर सकेगा. अगर साइबर ठग यूजर से ओटीपी लेने के बाद अपने मोबाइल में यूजर का व्हाट्सएप अकाउंट शुरू करना चाहेगा, तो उसे यूजर की ओर से व्हाट्सएप की सिक्योरिटी में सेट किया गया पिन भी एंटर करना होगा. बिना पिन एंटर किए यूजर का व्हाट्सएप अकाउंट किसी भी दूसरी डिवाइस पर एक्टिवेट नहीं हो सकेगा, जिसके चलते यूजर ठगी का शिकार होने से आसानी से बच जाएगा.

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