जयपुर.प्रदेश में चल रहे सियासी घमासान के बीच जब दिल्ली से कांग्रेस में सुलह की खबरें सामने आई तो प्रदेश में विपक्ष में बैठी भाजपा के तेवर भी बदले-बदले नजर आए. अब प्रदेश भाजपा नेता गहलोत सरकार के बहुमत या अल्पमत की बात नहीं, बल्कि कांग्रेस की 31 दिन तक चली सियासी रामलीला में हुए खर्चे का हिसाब मांग रहे हैं. साथ ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अब यह भी दुहाई दे रहे हैं कि उन्होंने तो पहले ही कह दिया था यह झगड़ा कांग्रेस के घर के भीतर का है और इसमें भाजपा का कोई लेना-देना नहीं. अब वह बात साबित भी हो रही है.
भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से रू-ब-रू हुए प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि फिलहाल भाजपा की नजरें इस पॉलिटिकल ड्रामा के अंत पर टिकी है. हम भी देख रहे हैं यदि सब कुछ शांत हो जाएगा तो हमारा भी होटल क्राउन प्लाजा का खर्चा बच जाएगा. बीजेपी विधायकों की बैठक 11 अगस्त को होटल क्राउन प्लाजा में बुलाई गई है और उसके बाद विधानसभा सत्र तक भाजपा विधायकों को बाड़ेबंदी में वहीं रखे जाने का तय पार्टी ने किया था. लेकिन अब बदलते राजनीतिक परिदृश्य में इसमें भी कुछ बदलाव होने की संभावना पूनिया जता रहे हैं.
'31 दिन तक कांग्रेस के नेता इधर-उधर भागे'
पूनिया ने कहा कि विगत 30 दिन तक चले इस पॉलिटिकल ड्रामे में ना तो बहन जागी और ना भाई जागा और कांग्रेस के विधायक इधर से उधर भागते रहे. उन्होंने कहा कि इस पूरे घटनाक्रम में बहुत सारी चीजें भी उजागर हुई है, उसकी बात पूर्व में भी भाजपा कहती आई है. उन्होंने कहा कि आने वाले विधानसभा सत्र के दौरान बेरोजगारों को रोजगार, अपराधों में हुई बढ़ोतरी और कोरोना संक्रमण आदि पर प्रदेश सरकार को घेरा जाएगा.
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