जयपुर. सीएम अशोक गहलोत गुरुवार को मुख्यमंत्री निवास से वीसी के माध्यम से रीको के 17 औद्यागिक क्षेत्रों के शिलान्यास 6 औद्योगिक क्षेत्रों के लोकार्पण का अवसर पर सम्बोधित कर रहे थे. इन क्षेत्रों के विकास से प्रदेश में 4 हजार 22 करोड़ रुपये का निवेश आने की सम्भावना है. उन्होंने उम्मीद जताई कि एक साथ 23 औद्योगिक क्षेत्रों के विकास से निवेशक यहां निवेश के लिए आकर्षित होंगे.
सभी उपखण्ड स्तर पर विकसित हों औद्योगिक क्षेत्र
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी उपखण्ड स्तर पर रीको औद्योगिक क्षेत्र विकसित करें ताकि और अधिक उद्यमी यहां निवेश के लिए आएं. उन्होंने पिछड़े क्षेत्रों में सुविधाओं के विकास पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा कि प्रवासी राजस्थानियों के लिए अलग से औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने की सम्भावनाएं तलाशी जाएं ताकि कोरोना संक्रमण के इस दौर में जिन प्रवासियों के उद्योग-धन्धे प्रभावित हुए हैं, उन्हें राहत दी जा सके.
नए उद्यमियों को तीन साल किसी स्वीकृति की जरूरत नहीं
गहलोत ने कहा कि प्रदेश में उद्यमियों की सुविधा एवं निवेश की राह आसान करने के लिए नया एमएसएमई एक्ट लाया गया है. इसमें 3 साल तक उद्यमियों को किसी भी स्वीकृति की जरूरत नहीं होती है और इससे उद्यम लगाना आसान हो गया है. उन्होंने कहा कि नई औद्योगिक नीति में उद्यमियों को कई तरह की छूट दी गई हैं ताकि प्रदेश में निवेश बढ़ सके. उन्होंने कहा कि वन स्टॉप शॉप योजना, सिंगल विण्डो एक्ट में सुधार के साथ ही राज्य सरकार द्वारा उठाए गए अन्य कदमों के साथ नीतियों से प्रदेश में निवेश की राह आसान होगी, अर्थव्यवस्था में गति आएगी और साथ ही युवाओं को रोजगार भी मिलेगा.
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