जयपुर.चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा की ओर से प्रदेश भाजपा का नेतृत्व दोयम दर्जे के हाथों में होने के दिए गए बयान से प्रदेश में सियासी बवाल आ गया है. यह टिप्पणी प्रदेश भाजपा नेतृत्व पर हुई तो पार्टी के कई प्रमुख नेताओं ने मंत्री रघु शर्मा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ और बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने मंत्री रघु शर्मा को अब तक का सबसे असफल मंत्री बताया और अनर्गल टिप्पणी करने से पहले अपने विभाग के घोटाले व कांग्रेस परिवार में चल रही कलह को संभालने की नसीहत दी.
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि रघु शर्मा यह ना भूलें कि ये भाजपा है जहां कार्यकर्ता से ही नेता बनता है. जबकि कांग्रेस में पूरी पार्टी एक परिवार और उसके कुछ लोगों के इर्द-गिर्द घूमती है और कांग्रेस नेता इस परिवार की जी हजूरी करके खुद को आगे बढ़ाते हैं.
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चतुर्वेदी ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कोविड-19 के पूरे कालखंड में कांग्रेस के लोग कहीं नहीं दिखे, बस दिखे तो राशन सामग्री को एकत्रित करने में और अपनी सरकार में चल रही बंदरबांट में हिस्सा लेने में. उन्होंने कहा कि आज क्वॉरेंटाइन सेंटरों में कोई सुविधा और व्यवस्थाएं नहीं है, स्वास्थ्य विभाग में पीपीई किट और मास्क की खरीद पर घोटाले सामने आ रहे हैं, लेकिन चिकित्सा मंत्री इस ओर ध्यान देने के बजाय भाजपा नेताओं के खिलाफ बयान देकर अपने दामन को साफ करने में लगे हुए हैं. चतुर्वेदी ने चिकित्सा मंत्री को नसीहत दी कि वे अपने काम पर ध्यान दें ना कि अनर्गल बयानबाजी पर.