जयपुर. जलदाय विभाग के प्रमुख शासन सचिव राजेश यादव ने प्रदेश में सोलर डीएफयू (डी—फ्लोरीडेशन यूनिट) और सोलर बोरवेल पम्पस लगाने के कार्यों में गति लाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय कार्यालयों के सभी अतिरिक्त मुख्य अभियंता अपने अधीन आने वाले जिलों में इन कार्यों की सतत मॉनिटरिंग करे और प्रगति रिपोर्ट राज्य मुख्यालय पर नियमित तौर पर भेजे.
यादव शुक्रवार को झालाना स्थित जल सहयोग एवं स्वच्छता संगठन (डब्ल्यूएसएसओ) के कार्यालय में राज्य सरकार की बजट घोषणा के क्रम में सोलर डीएफयू एवं सोलर बोर वेल पम्पस की स्थापना से सम्बंधित कार्यों की प्रगति की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक को सम्बोधित कर रहे थे.
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बैठक में बताया गया कि बजट घोषणा के अनुसार प्रदेश में 2000 सोलर ट्यूबवैल और 1250 चिन्हित स्थानों पर सोलर ट्यूबवैल्स के साथ सोलर डीएफयू स्थापित किए जाने है. इन सबके लिए कार्यादेश जारी किए जा चुके है. प्रमुख् शासन सचिव ने निर्देश दिए कि एनडब्ल्यूक्यूएसएम (नेशनल वाटर क्वालिटी सब मिशन) के तहत फलोराईड से प्रभावित शेष आबादियों में जहां भी सोलर टयूबवैल के साथ सोलर डीएफयू लगाए जाने है, इसकी कार्रवाई दिसम्बर माह तक पूरी करे. इसके अलावा जिन स्थानों पर केवल सोलर टयूबवैल लगाए जाने है, उनका कार्य आगामी फरवरी माह तक पूरा करे.
प्रमुख शासन सचिव ने अब तक की प्रगति का फीडबैक लेते हुए कहा कि अभियंता और फर्मों के प्रतिनिधियों के साथ समन्वय रखते हुए जल्द कार्रवाई करे. उन्होंने कहा कि इन कार्यों की तथ्यात्मक रिपोर्ट 'मोबाइल एप' के जरिए स्टेट पोर्टल पर उपलब्ध कराने के लिए भी आवश्यक कार्रवाई की जाए.