जयपुर. राजस्थान विश्वविद्यालय प्रदेश ही नहीं, बल्कि देश की एक महत्वपूर्ण विश्वविद्यालय है. ये विश्वविद्यालय लाखों बच्चों का भविष्य संवारने का काम कर रही है. विश्वविद्यालय में कई तरह के नवाचार और कई नए प्रोजेक्ट शुरू किए गए हैं, जिससे आने वाले समय में विद्यार्थियों को काफी फायदा होगा.
राजस्थान यूविश्वविद्यालय में वर्तमान में 5 लाख से ज्यादा विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे हैं, जिनका भविष्य संवारने की जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन की है. नवाचारों की बात की जाए तो यहां काफी साल से यूनिवर्सिटी साइंस एंड इंस्ट्रूमेंट सेंटर चल रहा है. साइंस के विद्यार्थियों के प्रयोग के लिए करोड़ों के इंस्ट्रूमेंट हैं. हजारों विद्यार्थी इस सेंटर के इंस्ट्रूमेंट का प्रयोग कर अपना भविष्य संवारने का काम कर रहे हैं. विश्वविद्यालय प्रशासन इसमें नया नवाचार करने जा रहा है. अब ना केवल राजस्थान विश्वविद्यालय, बल्कि पूरे राज्य के कोई भी स्टूडेंट इस सेंटर का लाभ ले सकेंगे. अब स्टेट के किसी भी विश्वविद्यालय या संस्थान के विद्यार्थी यहां आकर अपना रिसर्च कर सकते हैं. कुलपति डॉ. राजीव जैन ने बताया कि ये सेंटर रिसर्च करने वाले विद्यार्थियों के लिए एक प्रेरणा स्त्रोत बनेगा. इसके लिए भारतीय संस्थानों से बातचीत की जा रही है, जिससे वो भी इंस्ट्रूमेंट का उपयोग कर सकें.
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राजस्थान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राजीव जैन ने बताया कि विश्वविद्यालय को 15 करोड़ रुपये की ग्रांट मिली है, जिससे एंटरप्रेन्योरशिप एंड कॅरियर हब की शुरुआत की जाएगी. इसमें से साढ़े सात करोड़ रुपये की ग्रांट विश्वविद्यालय को मिल चुकी है. इसके लिए रिक्रूटमेंट भी हो गए हैं. राजीव जैन ने कहा कि एंटरप्रेन्योरशिप आज की जरूरत है. हर कोई रोजगार लेने के लिए दूसरों के पास जाता है, एंटरप्रेन्योरशिप में लोग उनके पास रोजगार लेने आएंगे. लोगों को अपना रोजगार शुरू कराने के लिए एंटरप्रेन्योरशिप एंड करियर हब एक महत्वपूर्ण सेंटर साबित होगा. विद्यार्थियों को भी इसमें बुलाने का काम चल रहा है.
लोगों को इस सेंटर से जोड़ने के लिए अगले महीने से क्विज प्रतियोगिता और निबंध प्रतियोगिता शुरू की जाएगी, जिससे अधिक से अधिक लोग इस सेंटर से जुड़ सकें. उसके बाद एंटरप्रेन्योरशिप के लिए उनसे प्रोजेक्ट लिए जाएंगे. नवाचार के रूप में इस सेंटर के लिए विश्वविद्यालय तेजी से काम कर रहे हैं. सरकार के पैसे का पूरी तरह से उपयोग कर इस सेंटर को आगे तक लेकर जाएंगे. करियर हब के जरिए भारत सरकार के आत्मनिर्भर अभियान को भी पूरा किया जाएगा.