जयपुर.राजस्थान कांग्रेस में पिछले चार दिन से चले आ रहे घमासान ने मंगलवार को नया मोड़ ले लिया. कभी राजस्थान कांग्रेस में 'नंबर दो' का रुतबा रखने वाले सचिन पायलट को न केवल उपमुख्यमंत्री पद से हाथ धोना पड़ा है, बल्कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से भी उनकी अप्रत्याशित विदाई हो गई है. जानें- पूरा घटनाक्रम..
'पावर सेंटर' बनने की लड़ाई..
हालांकि सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की दुश्मनी नई नहीं है. 'राजनीतिक महत्वाकांक्षा' और 'पावर सेंटर' बनने की दोनों ही नेताओं की चाहत ने कभी उन्हें 'करीब' नहीं आने दिया. दोनों एक साथ तो खड़े दिखाई दिए, लेकिन इनके 'मन' कभी नहीं मिले.
'घर की लड़ाई' कैसे पहुंची 'सड़क' तक..
अब बड़ा सवाल यही है कि आखिर इस बार ऐसा क्या हुआ कि 'घर की लड़ाई' घर से निकलकर 'सड़क' तक आ गई. इस वजह को जानने के लिए हमें लगभग एक महीने पीछे झांकना होगा. राज्यसभा चुनाव के दौरान गहलोत ने भाजपा पर उनके विधायकों को तोड़ने के लिए खरीद-फरोख्त करने का आरोप लगाया था. इस मामले को लेकर मुख्य सचेतक महेश जोशी ने SOG को शिकायत दर्ज करवा दी. कुछ दिन इस मामले पर कोई चर्चा नहीं हुई.
ये भी पढ़ें-राजस्थान के सियासी संग्राम पर ETV Bharat की पैनी नजर... जयपुर, मानेसर और दिल्ली में क्या है हलचल, जानें
...और पायलट ने कर दी बगावत
10 जुलाई को SOG ने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को नोटिस जारी कर बयान दर्ज करवाने के लिए कहा. इस बात से पायलट खफा हो गए. उनका मानना है कि यह सब गहलोत के इशारे पर उन्हें नीचा दिखाने के लिए किया जा रहा है. इस बात से नाराज होकर पायलट 11 जुलाई को दिल्ली चले गए. इस बीच खबर आई कि पायलट ने पार्टी के साथ बगावत कर दी है.
पायलट पर कार्रवाई..
इसके बाद 13 और 14 जुलाई को अशोक गहलोत ने विधायक दल की बैठक बुलाई. दोनों ही दिन सचिन पायलट और उनके करीबी लोग इन बैठकों में शामिल नहीं हुए. 13 जुलाई को पायलट और पार्टी में सुलह से कयास लगाए जाते रहे. इस बीच 14 जुलाई को कांग्रेस पार्टी ने एकदम से तैश में आकर सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटा दिया.
पायलट के करीबियों पर भी गिरी गाज..
पार्टी ने पायलट के अलावा उनके करीबी नेताओं विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा को भी मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया. इसके अलावा मुकेश भाकर को यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष पद से और राकेश पारीक को सेवा दल के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया. इसी बीच NSUI के अध्यक्ष पद से अभिमन्यु पूनिया ने खुद ही पद छोड़ दिया.
ये भी पढ़ें-राजस्थान कांग्रेस में बड़ा बदलाव, पायलट समेत तीन मंत्री पद मुक्त, डोटासरा संभालेंगे प्रदेश कांग्रेस की कमान
डोटासरा नए कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष
पार्टी ने बिना देर किए राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष के पद पर शिक्षा मंत्री गोविंद डोटासरा कमान सौंप दी. साथ ही डूंगरपुर विधायक गणेश घोघरा को यूथ कांग्रेस का अध्यक्ष और हेम सिंह शेखावत को सेवा दल का अध्यक्ष नियुक्त कर दिया.
ताजा घटनाक्रम पर किसने क्या कहा..
सत्य को परेशान किया जा सकता है पराजित नहीं.
-सचिन पायलट, पूर्व उपमुख्यमंत्री और पूर्व पीसीसी चीफ
ये भी पढ़ें-पायलट ही नहीं...पूरा कुनबा BJP के इशारे पर खेल रहा है : CM गहलोत
आज जो कुछ निर्णय लिया गया है. चाहे उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट को बर्खास्त करने का या फिर पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह और खाद्य मंत्री रमेश मीणा को पद मुक्त करने का, यह मेरी शिकायत पर नहीं बल्कि आलाकमान की ओर से लिया गया निर्णय है.
-अशोक गहलोत, मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार
तमाम कोशिशों के बावजूद सचिन पायलट और अन्य बाघी विधायकों के अपरिवर्तनीय निर्णय को मद्दे नज़र रखते हुए, बड़े दुःख के साथ हम ये घोषणा करते है की सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष पद पर उनकी सभी वर्तमान ज़िम्मेदारियों से मुक्त किया जाता है.