जयपुर. प्रदेश की आंगनबाड़ी में मिलने वाले पोषाहार के वितरण को लेकर बवाल खत्म नहीं हो रहा है. 55 हजार महिला सहायता समूह रोजगार छीनने का आरोप महिला बाल विकास विभाग पर लगा रहे हैं. महिला बाल विकास विभाग की मंत्री ममता भूपेश ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. जिसमें उन्होंने कहा कि पोषाहार वितरण में किसी का रोजगार नहीं छीना गया है, बेनेफिशरी को ज्यादा और गुणवत्तापूर्ण न्यूट्रिशन मिले, इसलिए नई व्यवस्था शुरू की गई है.
महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्री ममता भूपेश ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों पर वितरण किए जाने वाले पोषाहार का जिम्मा अब मातृ समिति के माध्यम से पूरा कराया जाएगा. इसको लेकर विभाग ने किसी भी तरीके से सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का उल्लंघन नहीं किया है. उन्होंने कहा कि गाइडलाइन में साफ लिखा हुआ है कि पोषाहार का काम स्वयं सहायता समूह या मातृ समिति के माध्यम से कराया जाए. इससे पहले मातृ समिति सक्रिय थी और उसके जरिए पोषाहार तैयार करने का काम किया जाता रहा था, लेकिन कुछ सालों में यह काम नहीं हो रहा था.
उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के दौरान जब सहायता समूह के जरिये पोषाहार नहीं पहुंच रहा था, सभी फैक्ट्रियां कारखाने बंद थे. ऐसे में एक बार मातृ समिति के माध्यम से साबुत अनाज दाल पहुंचाई गई. इससे लाभार्थियों को ना केवल गुणवत्तापूर्ण न्यूट्रिशन मिला, बल्कि रेसिपी की मात्रा में भी बढ़ोतरी की गई. उन्होंने कहा कि नेफेड के माध्यम से उन्हें सस्ता अनाज और दालें मिल रही हैं, तो फिर सहायता समूह के जरिए अधिक पैसे खर्च करके पोषाहार वितरण का काम करवाना कहां की समझदारी है. इसके लिए विभाग के अधिकारियों ने कई राज्यों में परीक्षण करने के बाद ही यह निर्णय लिया है.
उन्होंने कहा कि हमने कोई रोजगार नहीं छीना है. गर्भवती महिलाओं बच्चों को पोषाहार दे रहे हैं. मातृ समिति ने कभी इसका विरोध नहीं किया. फिर अब जब मातृ समिति से कार्य कराए जा रहा है तो सहायता समूह वाले विरोध क्यों कर रहे हैं. मातृ समिति से पोषाहार तैयार होगा तो पोषाहार की गुणवत्ता और क्वालिटी में भी सुधार होगा. मंत्री ममता भूपेश ने कहा कि इस तरह से विरोध करना अनुचित है. बीजेपी की ओर से पोषाहार मामले में लगाए जा रहे आरोपों पर जवाब देते हुए ममता ने कहा कि बीजेपी किस मुंह से इस तरह के आरोप लगा रही है. पेट्रोल और गैस के दाम किस तरह से आसमान छू रहे हैं, उसका उनके पास कोई जवाब नहीं है.
भाजपा पहले अपना गिरबान देखे- भूपेश