जयपुर. राजस्थान विधानसभा में बुधवार को बाड़मेर में सीवरेज कार्य में बरती जा रही लापरवाही का मामला भी उठा. सदन में विधायक मेवाराम ने कहा कि सीवरेज कार्य की गुणवत्ता और अनियमितता की शिकायत को लेकर विधानसभा में सवाल उठाया था. इस पर मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि यह शिकायत अब तक उनके पास नहीं पहुंची है. जिसके बाद स्पीकर सीपी जोशी ने सरकार को यह निर्देश दिया कि सदन में अगर कोई सदस्य समस्या रखता है, तो विभाग के अधिकारी का कर्तव्य बनता है कि वह मंत्रियों के नोटिस में उस बात को लेकर आएं, ताकि जन भावना के ऊपर निर्णय हो सके.
विधायक बोले- मैंने सदन में मुद्दा उठाया था, मंत्री ने कहा...पता नहीं, स्पीकर ने लगाई फटकार
राजस्थान विधानसभा में बुधवार को बाड़मेर में सीवरेज कार्य में बरती जा रही लापरवाही का मामला भी उठा. सदन में विधायक मेवाराम ने कहा कि सीवरेज कार्य की गुणवत्ता और अनियमितता की शिकायत को लेकर विधानसभा में सवाल उठाया था. इस पर मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि यह शिकायत अब तक उनके पास नहीं पहुंची है.
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ऐसे में जो विभाग के अधिकारी यहां बैठकर सदर की प्रोसिडिंग नोट करते हैं, जिस विभाग कि जो भी कंप्लेंट आ रही है. उस कंप्लेंट को संबंधित विभाग के मंत्री के पास पहुंचाये, ताकि सदन में इस बारे में कमेंट किया जा सके. इस पर संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि आपका आदेश सही है, यह होना चाहिए. इस पर स्पीकर सीपी जोशी ने कहा, यह बात मैं सदन में इसलिए कह रहा हूं, क्योंकि अगर ऐसा नहीं होगा तो सदन में चर्चा का महत्व कम हो जाएगा. उन्होंने कहा कि एक सदस्य यह कह रहे हैं, मैंने यह मामला सदन में उठाया और अगर हम उसे गंभीरता से नहीं लेंगे, तो उस सवाल की गंभीरता नहीं रहेगी और सदन में चर्चा की महत्ता भी नहीं रहेगी. ऐसे में चाहे 295 हो, चाहे स्थगन प्रस्ताव हो, जो भी जनता के मुद्दे आ रहे हैं. उसमें विभाग की जानकारी मंत्री स्तर तक जानी चाहिए. जिसके जब रिप्लाई हो तो सरकार उन चीजों को ला सकें.