जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की आखिरकार 9 महीने बाद कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से अलग से मुलाकात हो गई है. हालांकि CWC की बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी शामिल हुए थे, लेकिन उस बैठक में गहलोत की सोनिया गांधी से अलग से मुलाकात नहीं हुई थी. सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की बॉडी लैंग्वेज काफी सकारात्मक दिखाई दी. माना जा रहा है कि राजस्थान में अब मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर रास्ता साफ हो गया है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 13 नवंबर के बाद राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार कर सकते हैं. सोनिया गांधी से मुलाकात कर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जयपुर लौट चुके हैं. दिल्ली में ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने यह साफ कर दिया कि जो आलाकमान उन्हें निर्देश देगा उसके अनुसार वह मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर निर्णय लेंगे.
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दरअसल, सोनिया गांधी के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा था. क्योंकि गहलोत के पिछले दौरे पर भी उनकी पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी, केसी वेणुगोपाल और अजय माकन के साथ ही मुलाकात हुई थी. बुधवार को भी इन्हीं तीनों नेताओं के साथ उनकी मुलाकात हुई. लेकिन गुरुवार को जब मुख्यमंत्री की मुलाकात सोनिया गांधी से हुई उसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की उनकी बॉडी लैंग्वेज भी काफी सकारात्मक दिखाई दी है. माना जा रहा है कि जिस फाॅर्मूले पर आलाकमान मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियां करना चाहता है. उसी फाॅर्मूले पर अशोक गहलोत काम करेंगे.