जयपुर. साल 2021 की पहली और आखिरी सोमवती अमावस्या कल है. सोमवार के दिन सोमवती अमावस्या का आना पितृ दर्पण और पितरों को समर्पित है. वैसे तो हिन्दू धर्म में अमावस्या तिथि का बहुत अधिक महत्व है लेकिन सोमवती अमावस्या का दिन दिवंगत पितरों के मोक्ष के लिए माना जाता है. वहीं सोमवती अमावस्या का दिन आध्यात्मिक चिंतन के लिए श्रेष्ठ होता है.
बता दें कि सोमवती अमावस्या के दिन पवित्र सरोवरों और नदियों में धार्मिक स्नान का महत्व होता है. इस दिन तीर्थ स्थलों और नदी-तालाब में आस्था की डुबकी लगाई जाती है. सोमवती अमावस्या के दिन जो व्यक्ति अपने परिवार के साथ तीर्थ सरोवरों में जाकर आस्था की डुबकी लगाएंगे, उन्हें कई गुना फल की प्राप्ति होती है.