जयपुर. देश में कोरोना महामारी के बीच लोग जहां अस्पतालों में बेड और जरूरी मेडिकल सुविधाओं के लिए भटक रहे हैं. वहीं कुछ आम से लेकर खास लोग ऐसे भी हैं, जो जरूरतमंदों की मदद करने में कोई कमी नहीं छोड़ रहे हैं. ऐसी एक शख्सियत हैं राजस्थान की सामाजिक कार्यकर्ता रूक्ष्मणी कुमारी, जो सोशल मीडिया के जरिए कोरोना से पीड़ित जरूरतमंद लोगों तक मदद पहुंचा रही हैं. रुक्ष्मणी कुमारी अपनी सोशल नेटवर्किंग के जरिए अब तक 1000 से अधिक लोगों तक मदद पहुंचा चुकी हैं और उनका यह अभियान लगातार जारी है.
सामाजिक कार्यकर्ता रूक्ष्मणी कुमारी ने बताया कि 4 दिन पहले प्रदेश में कोरोना संक्रमितों के हालातों को देखते हुए मन में ख्याल आया कि इस महामारी के वक्त किस तरह से जरूरतमंद लोगों तक सहायता पहुंचे. इस पर काफी मंथन करने के बाद लगा कि क्यों न सोशल मीडिया के जरिये लोगों तक मदद पहुंचे. उसी काम को आगे बढ़ाते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की और अपने सोशल नेटवर्क को साथ जोड़ा. धीरे धीरे लोगों की डिमांड आने लगी. अब एक ग्रुप बन गया है, जो प्रदेश में सभी बड़े जिलों कोटा, उदयपुर, जोधपुर, भरतपुर, बीकानेर, अजमेर, भीलवाड़ा सहित अन्य जिलों के लोगों को जोड़ा. जहां से भी जो डिमांड आ रही है, उसे उपलब्ध कराने की कोशिश की जा रही है.
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रूक्ष्मणी कुमारी बताती हैं कि ये लोग सोशल मीडिया से लेकर सीधे प्रभावित लोगों तक पहुंचकर उनकी मदद कर रहे हैं. इसमें जरूरतमंदों को इलाज, दवाई, एंबुलेंस, खाने से लेकर ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराना शामिल है. उन्होंने कहा कि यह ऐसा वक्त है, जब हमें किसी न किसी तरीके से लोगों की मदद के लिए आगे आना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस वक्त हमें किसी भी तरह की राजनीति से उठकर लोगों की मदद का काम करना चाहिए.
1000 से अधिक लोगों की डिमांड आ चुकी है
उन्होंने कहा कि हमारे पास में पिछले 4 दिन में लगभग 1000 से अधिक लोगों की डिमांड आ चुकी है, जिसमें किसी को दवाइयों की जरूरत थी तो, किसी को वैक्सीन की. यहां तक कि ज्यादातर जरूरत अस्पतालों में बेड की उपलब्धता को लेकर थी, जिसे हमने सरकार और संपन्न लोगों के जरिए उन तक पहुंचाने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि राजस्थान की तकरीबन सभी जिलों में हमारे वॉलिंटियर काम कर रहे हैं. जिस भी जिले से किसी तरह की कोई डिमांड आती है, तो हम उन्हें वहां के स्थानीय प्रशासन और स्थानीय भामाशाह के जरिए उन तक को मदद पहुंचा रहे हैं.