जयपुर. नगर निगम की लापरवाही की वजह से सालों से चली आ रही परंपरा टूट गई. तालकटोरा के सामने पौण्ड्रिक उद्यान में होने वाला सिंजारा महोत्सव इस बार नहीं हुआ. हरियाली तीज के मौके पर 1 दिन पहले शाम को और तीज की सुबह यहां महिलाओं के मेहंदी लगाने, लहरिया और घेवर बांटने की परंपरा रही है. जिसे ध्यान में रखते हुए शहर के कोने-कोने से महिलाएं यहां पहुंची. लेकिन, बैरंग ही वापस लौट गई. इस बार यहां निगम प्रशासन की ओर से किसी तरह की तैयारी नहीं की गई.
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हालांकि, शनिवार सुबह यहां पर लहरियों के झूले लगाकर औपचारिकता जरूर निभाई गई. इस दौरान लहरिया धारण कर पौण्ड्रिक उद्यान पहुंची महिलाओं ने बताया कि निगम की ओर से यहां सांस्कृतिक कार्यक्रमों की कोई व्यवस्था नहीं की गई है. तीज पर्व पर पौण्ड्रिक उद्यान और तालकटोरा पर सांस्कृतिक कार्यक्रम कराए जाने की परंपरा रही है. लेकिन इस बार ऐसा कुछ देखने को नहीं मिला.