जयपुर.आज यानी बुधवार को देवउठनी एकादशी का बड़ा सावा है. इसी देवउठनी ग्यारस से शादियों का सिलसिला शुरू होता है. जयपुर शहर में होने वाली ढाई हजार शादियों में लाखों लोग जुटेंगे. जयपुर शहर के थाना पुलिस के अलावा 15 इंसिडेंट कमांडर इन शादियों पर अपनी नजर रखेंगे और देखेंगे की शादियों में कोरोना गाइडलाइन की पालना हो रही है या नहीं. एक शादी में 100 से अधिक व्यक्तियों को न बुलाने की गाइडलाइन पहले ही राज्य सरकार की ओर से जारी कर दी गई है.
राज्य सरकार की ओर से शादियों के लिए गाइडलाइन जारी करने के बाद शादियों की अनुमति के लिए जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे, जिसके चलते सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां भी उड़ाई गईं. जिला प्रशासन ने अनुमति के लिए कोई ऑनलाइन व्यवस्था नहीं की थी, लेकिन जब भीड़ कंट्रोल से बाहर हो गई, तब जिला प्रशासन ने शादियों की अनुमति के लिए ऑनलाइन व्यवस्था की. ऑनलाइन व्यवस्था के पहले दिन 700 शादियों की अनुमति के लिए ऑनलाइन आवेदन आए. मंगलवार को जयपुर जिले में सभी उपखंड अधिकारियों की ईमेल आईडी भी जारी कर दी गई.
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इसके चलते जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में भी शादियों की अनुमति लेने वाले लोगों की भीड़ नजर नहीं आई. कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने मंगलवार को ही शादियों की ऑनलाइन सूचना देने की व्यवस्था करने का आदेश जारी कर दिया. जयपुर जिला कलेक्टर के एसडीएम जयपुर कार्यालय में सोमवार को 1,200 से अधिक शादियों की ऑफलाइन अनुमति दी गई थी.
देवउठनी एकादशी से शुरू होगा सावों का सिलसिला
अधिक मास के चलते जयपुर शहर में पांच महीने बाद शादियों की शहनाइयां बजने जा रही हैं. बुधवार को देवउठनी एकादशी का पहला सावा है. देवउठनी एकादशी के अलावा 27 और 30 नवंबर के सावे हैं. इसके बाद दिसंबर में एक 7, 9 और 11 दिसंबर के सावे होंगे. 11 दिसंबर को आखरी सवा होगा, इसके बाद अप्रैल में ही शादियों का सिलसिला फिर शुरू होगा.