जयपुर. नगर निगम एक होता तो जनता के लिए बहुत अच्छा होता. ये कहना है ग्रेटर नगर निगम की महापौर शील धाभाई का. धाभाई शनिवार को जयपुर समारोह के उपलक्ष्य में शहर के प्रसिद्ध मंदिरों में पोशाक और चोला चढ़ाने पहुंची.
उन्होंने मालवीय नगर क्षेत्र का दौरा भी किया और यहां अव्यवस्थाओं पर नाराजगी जताते हुए एसआई सीएसआई की लोकेशन ट्रेस करने की बात कही. साथ ही अपने पिछले कार्यकाल को याद करते हुए कहा कि जयपुर 16 साल पहले नंबर वन क्लीन सिटी के अवार्ड से नवाजा गया था. एक बार फिर वही दिन वापस लाए जाएंगे.
Nagar Nigam एक होता तो जनता के लिए बहुत अच्छा होता : शील धाभाई पढ़ें:Congress Mehngai Hatao Rally 2021: जयपुर की चरमराई सफाई व्यवस्था के बीच निखर रहा विद्याधर नगर, ये है कारण...
जयपुर समारोह 2021 के तहत महापौर शील धाभाई पार्षदों के साथ मोती डूंगरी गणेश मंदिर, गोविंद देव मंदिर, काले हनुमान और खोले के हनुमान मंदिर पोशाक और चोला चढ़ाने पहुंची. इस दौरान उन्होंने कहा कि जब परिवार में भी कोई जन्मदिवस होता है, तो ईश्वर की आराधना करते हैं. क्योंकि ये जयपुर का 294वां जन्म दिवस है और कुछ समय बाद ही 300 वर्ष पूरे हो जाएंगे. ऐसे शुभ अवसर पर जयपुर के आराध्य देव गोविंद देव, प्रथम पूज्य मोती डूंगरी गणेश, मंदिर प्राचीन काले हनुमान मंदिर और खोले के हनुमान मंदिर में चोला चढ़ाया गया है. शहर की सुख और समृद्धि के लिए सभी 36 करोड़ देवी देवताओं को इन मंदिरों के माध्यम से प्रणाम करते हैं. ताकि जयपुर में व्यापार बढ़े, जयपुर वासी खुश रहे, जयपुर का नाम विश्व में ऊंचा हो. उन्होंने कहा कि जयपुर की जनता यही चाहती है जयपुर को दो भागों में नहीं बांटा जाता, जयपुर एक है. ऐसे में जयपुर नगर निगम भी एक होता तो वो शहर की जनता के लिए बहुत अच्छा होता.
पढ़ें:Mehangai Hatao Rally: रणदीप सुरजेवाला पहुंचे जयपुर, कहा- राजस्थान की वीर भूमि से जो हुंकार गूंजेगी वह पूरे देश में सुनाई देगी
वहीं शनिवार को ही ग्रेटर महापौर ने मालवीय नगर जोन का भी दौरा किया. जहां एसआई सीएसआई को मौके से फोन कर उनकी लोकेशन जानी. उन्होंने कहा कि कई जगह काफी गंदगी मिली, इसे लेकर जोन उपायुक्त और स्वास्थ्य उपायुक्त को भी फोन कर हिदायत दी कि 2 घंटे बाद दोबारा सफाई व्यवस्था को टटोला जाएगा. उन्होंने बताया कि पार्षद कार्यालय पर भी जाना हुआ, वहां भी कर्मचारी नदारद मिले. उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी. अब नियमित एसआई-सीएसआई की लोकेशन ट्रेस की जाएगी. जयपुर को 16 साल पहले जिस शिखर पर लेकर गए थे. वो दिन वापस लाए जाएंगे, जब जयपुर को नंबर वन क्लीन सिटी का अवार्ड मिला था.