जयपुर. राजधानी के एक व्यापारी को हनी ट्रैप में फंसाकर ब्लैकमेल करने के मामले में सुर्खियों में आई पूर्व मिसेज इंडिया राजस्थान (Mrs. India Rajasthan) प्रियंका चौधरी के मामले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है. प्रियंका चौधरी ने साल 2019 में मिसेज इंडिया राजस्थान का खिताब जीतने के बाद अपने पति के साथ मिलकर व्यापारी को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया था.
दरअसल, प्रियंका ने राजस्थान पुलिस (Rajasthan Police) में कार्यरत पति रामधन की धौंस दिखाकर व्यापारी को दुष्कर्म (Rape Case) के झूठे प्रकरण में फंसाने की धमकी दी और रुपए ऐंठना शुरू कर दिया. व्यापारी से नई गाड़ी खरीदने के लिए प्रियंका और उसके पति ने 8.45 लाख रुपए हड़पे. इसके बाद 12 लाख रुपए अपने खाते में ट्रांसफर (Money Transfer) करवाए और वहीं पुरानी गाड़ी के लिए 3.40 लाख रुपए भी लिए.
पढ़ें:राजस्थान कांग्रेस की सियासत का हाल बेहाल,...इस गढ़ को बचाने की चुनौती
उसने अपनी दोनों बेटियों का एडमिशन जयपुर के नामी स्कूल में करवाया. अपनी दोनों बेटियों की स्कूल फीस के 5 लाख रुपए भी व्यापारी से जमा करवाए. इसके बाद व्यापारी से पोस्ट ऑफिस में 11.30 लाख रुपए की आरडी खुलवाई और 30 लाख रुपए के गहने प्रियंका ने खुद के लिए खरीदे. इसके बाद सुकन्या योजना के करीब 57 हजार रुपए भी व्यापारी से लेकर जमा करवाए. इस दौरान व्यापारी ने जब एक बार रुपए देने से मना किया तो उसके खिलाफ श्याम नगर थाने में प्रियंका द्वारा एक मामला दर्ज करवाया गया और व्यापारी पर रुपए जमा कराने के लिए दबाव बनाया. मान सम्मान के भय से व्यापारी ने प्रियंका को रुपए दे दिए और बाद में प्रियंका ने इस मामले में राजीनामा करा लिया.
व्यापारी की पत्नी को फंसाया अपने जाल में
प्रियंका चौधरी ने पति रामधन के साथ मिलकर व्यापारी की मजबूत आर्थिक स्थिति देखकर सबसे पहले व्यापारी की पत्नी को अपने जाल में फंसाया. जब व्यापारी की पत्नी से नजदीकियां बढ़ गईं, तो कहा कि जीजाजी के पास पैसों की कोई कमी नहीं है तो आप हमें मकान या फ्लैट खरीदने में आर्थिक सहायता प्रदान कर दीजिए. जिस पर व्यापारी की पत्नी ने व्यापारी से कहा कि हमारा कोई रिश्तेदार या अपना व्यक्ति पड़ोसी नहीं है, तो क्यों न प्रियंका और उसके पति को घर के पास ही कोई मकान या फ्लैट खरीद कर देने में मदद करें.