जयपुर. पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के घोर विरोधी माने जाने वाले वरिष्ठ नेता घनश्याम तिवाड़ी को पार्टी ने राज्यसभा प्रत्याशी (Rajasthan Rajyasabha Election) बनाकर प्रदेश नेताओं को सियासी संकेत दे दिया है. तिवाड़ी को प्रत्याशी बनाना वसुंधरा विरोधी खेमे की जीत मानी जा रही है. लेकिन तिवाड़ी इसे सिरे से खारिज करते हैं. तिवाड़ी के अनुसार वसुंधरा राजे ने ही उन्हें प्रत्याशी बनाए जाने से 1 दिन पहले अग्रिम बधाई दी थी. तिवाड़ी ने कहा कि ये न किसी खेमे की जीत है, न हार. बल्कि पार्टी का सर्वसम्मति से लिया गया फैसला है.
जो मुद्दे मैंने उठाए थे लगभग प्रधानमंत्री जी ने पूरे कर दिए- तिवाड़ी
ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान भाजपा प्रत्याशी और वरिष्ठ नेता घनश्याम तिवाड़ी ने कहा कि पहले कई सालों तक जो मुद्दे उन्होंने उठाए थे, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने लगभग उसे पूरा कर दिया है. तिवारी के अनुसार ईबीसी आरक्षण का मुद्दा उन्होंने उठाया था और सदन में कानून भी पेश किया. जिसे प्रधानमंत्री जी और पार्टी ने संविधान संशोधन के जरिए करीब-करीब पूरा कर दिया. आज ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य और कायस्थों को 10% आरक्षण का लाभ भी मिल रहा है. तिवाड़ी ने कहा इसके अलावा पार्टी की नीतियों के अनुसार जो मुद्दे हैं उन्हें समय-समय पर उठाते रहेंगे.
वसुंधरा विरोधी होने की बात गलत
ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान जब घनश्याम तिवाड़ी से पूछा गया कि उनकी गिनती पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के विरोधी के रूप में होती है और अब जब उन्हें प्रत्याशी बना दिया गया तो सियासी गलियारों में एक अलग मैसेज गया है. इस पर तिवाड़ी ने कहा कि ये बात बिल्कुल गलत है. क्योंकि प्रत्याशी बनाए जाने की शुभकामनाएं 1 दिन पहले ही वसुंधरा राजे ने उन्हें फोन पर दे दी थी. उन्होंने कहा था कि आपको प्रत्याशी बनाया जा रहा है, मैं आपको इसके लिए शुभकामनाएं देती हूं. घनश्याम तिवाड़ी ने कहा मुझे प्रत्याशी बनाया जाना किसी खेमे की न तो पराजय है और न जीत. बल्कि ये सर्वसम्मति से लिया गया पार्टी का निर्णय है.