जयपुर. साल 2020 का दूसरा चंद्रग्रहण शुक्रवार को लग रहा है. हालांकि यह एक आंशिक उपच्छाया चंद्रग्रहण होगा. बता दें कि इस साल कुल पांच ग्रहण लग रहे हैं और 30 दिन के भीतर 3 ग्रहण और इसमें से 2 ग्रहण जून महीने में पड़ रहे हैं. वहीं, एक ग्रहण जनवरी में लग चुका है. इस बार लगातार तीन ग्रहण लग रहे हैं. जिसमें से एक ग्रहण शुक्रवार को लगेगा. वहीं, दूसरा ग्रहण 21 जून को लग रहा है और फिर 5 जुलाई को तीसरा ग्रहण लगेगा. शुक्रवार के दिन लगने वाले ग्रहण का कोई विशेष महत्व नहीं है.
बता दें, शुक्रवार रात चंद्र ग्रहण लगेगा. यह ग्रहण रात 11 बजकर 15 मिनट पर लगेगा और 6 जून की सुबह 2 बजकर 32 मिनट पर समाप्त हो जाएगा. इस ग्रहण को भारत समेत एशिया, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और अफ्रीका में देखा जा सकेगा.
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लेकिन इसमें चांद के आकार में कोई भी बदलाव देखने को नहीं मिलेगा. सिर्फ चांद थोड़ा सा मटमैला रंग का दिखाई देगा. ज्योतिष के अनुसार इस उपच्छाया चंद्र ग्रहण में चांद पर मात्र पृथ्वी की छाया पड़ेगी. इसलिए धार्मिक और सामान्य कामकाज करने में किसी भी तरह का कोई बदलाव नहीं होगा.
साल 2020 का दूसरा चंद्र ग्रहण आज यानी 5 जून को लग रहा है, जो कि चंद्रग्रहण वृश्चिक राशि में लगेगा. इस बार चंद्र ग्रहण के दौरान सूतक काल मान्य नहीं होगा. चंद्रग्रहण के 9 घंटे पहले सूतक काल लग जाता है. चंद्र ग्रहण के दौरान कई कार्य वर्जित होते हैं.
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इन कार्यों को करने में इसलिए मनाई होती है, क्योंकि इससे हमारे जीवन में दुष्प्रभाव पड़ते हैं. इसलिए ग्रहण के प्रभाव के समय भोजन ना करें. साथ ही फल, फूल, लकड़ी पत्ते तोड़ने को अशुभ माना गया है. इसके अलावा खासतौर पर गर्भवती महिलाओं को चंद्र ग्रहण के समय विशेष ध्यान रखना होता है.