जयपुर. प्रदेश में 60 हजार से अधिक कोरोना के मामले फिलहाल सामने आ चुके हैं. कोरोना के इस दौर के बीच धीरे-धीरे मौसमी बीमारियां भी अपने पैर पसारने लगी है और खासकर चिकनगुनिया, मलेरिया, डेंगू, और स्वाइन फ्लू के मामलों में भी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. हालांकि पिछले 2 सालों के मुकाबले फिलहाल इन मौसमी बीमारियों के आंकड़ों में फिलहाल वृद्धि देखने को नहीं मिली है.
साल 2018 और 19 में मौसमी बीमारियों के काफी मामले देखने को मिले थे. अगर साल 2020 की बात करें तो धीरे-धीरे मौसमी बीमारियों के मामलों में वृद्धि देखने को मिल रही है. खासकर चिकनगुनिया, मलेरिया, डेंगू और स्वाइन फ्लू के मामलों में धीरे-धीरे बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. राजधानी जयपुर में फिलहाल सबसे अधिक मौसमी बीमारियों के पॉजिटिव मामले देखने को मिले हैं. जयपुर में अब तक 71 स्वाइन फ्लू, 27 स्क्रब टाइफस, 125 डेंगू और 68 मामले चिकनगुनिया के सामने आए हैं.
आंकड़ों के जरिए जानते हैं हालात
साल 2018
- चिकनगुनिया के 254 मामले आए सामने
- मलेरिया के 5728 मामले आए सामने
- डेंगू के 9911 मामले आए सामने, 14 मरीजों की मौत
- स्क्रब टाइफस के 1906 मामले आए सामने, 30 मरीजों की मौत
- स्वाइन फ्लू के 2375 मामले आए सामने, 221 मरीजों की मौत
साल 2019 - चिकनगुनिया के 365 मामले हुए दर्ज
- मलेरिया के 3421 मामले आए सामने
- डेंगू के 13686 मामले आए सामने, 18 मरीजों की मौत
- स्क्रब टाइफस के 3001 मामले आए सामने, 12 मरीजों की मौत
- स्वाइन फ्लू के 5092 मामले आए सामने, 208 मरीजों की मौत
साल 2020 (जुलाई तक) - चिकनगुनिया के 169 मामले अभी तक आए सामने
- मलेरिया के 176 मामले आए सामने
- डेंगू के 353 मामले अभी तक आए सामने
- स्क्रब टाइफस के 198 मामले अभी तक आए सामने
- स्वाइन फ्लू के 116 मामले अभी तक आए सामने, 1 मरीज की मौत