जयपुर. जिला कलेक्ट्रेट में आमेर एसडीए कोर्ट को वापस लाने के लिए चल रहा वकीलों का आंदोलन गुरुवार को खत्म हो गया. कलेक्टर के आदेश से अब आमेर एसडीएम कोर्ट 3 दिन जयपुर जिला कलेक्ट्रेट परिसर और 2 दिन आमेर तहसील में चलेगी.
3 दिन कलेक्ट्रेट परिसर में लगेगी आमेर एसडीएम कोर्ट बता दें, कि आमेर एसडीएम कोर्ट को जयपुर जिला कलेक्ट्रेट से आमेर तहसील में स्थानांतरित करने के बाद वकीलों में आक्रोश व्याप्त था. जिससे लंबे समय से वकीलों ने न्यायिक कार्यों का बहिष्कार किया हुआ था. धीरे-धीरे वकीलों का आंदोलन उग्र रूप लेने लगा था.
वकीलों ने सरकार को भी कड़े कदम उठाने की चेतावनी दी थी और कई बार जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में हड़ताल भी की थी, जिससे रजिस्ट्रियों सहित कई काम ठप रहे. साथ ही जनता को भी परेशानी का सामना करना पड़ा था. वहीं आमेर कोर्ट में 3000 मामले पेंडिंग चल रहे हैं.
दी डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन जयपुर के अध्यक्ष सुनील शर्मा ने कहा कि आदेश के बाद सभी वकीलों ने गुरुवार का दिन विजय दिवस के रूप में मनाया. ढोल-नगाड़े बजाकर वकीलों ने मिठाई बांटी.
शर्मा ने कहा कि बिना भौगोलिक स्थिति को समझें सरकार ने आमेर एसडीएम कोर्ट को आमेर तहसील में शिफ्ट कर दिया, जबकि आमेर तहसील के करीब 136 गांव सीकर रोड़ और कालवाड़ की तरफ जाते हैं.
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इससे हजारों लोगों को जयपुर शहर का चक्कर काटकर आमेर जाना पड़ता था. आम जनता की भलाई के लिए ही वकीलों ने यह जन आंदोलन किया. इस दौरान नवल किशोर सैनी, सुभाष चंद्र सैनी, ओम सैनी, विशाल शर्मा और राहुल वर्मा सहित काफी संख्या में वकील मौजूद रहे.