जयपुर. राजधानी जयपुर में शुक्रवार को नेशनल वायरल हेपेटाइटिस कंट्रोल कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें हेपेटाइटिस जैसी गंभीर बीमारी के उपचार को लेकर चर्चा की गई. इस कार्यक्रम में चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा भी मौजूद रहे. जहां उन्होंने कहा कि पंजाब के बाद अब राजस्थान में हेपेटाइटिस जैसी गंभीर बीमारी को लेकर स्क्रीनिंग शुरू की जा रही है. वहीं कार्यक्रम में वर्ष 2030 तक हेपेटाइटिस को खत्म करने का लक्ष्य रखा गया.
अब राजस्थान में भी शुरू होगी हेपेटाइटिस की स्क्रीनिंग, मरीजों को नि:शुल्क मिलेगी दवाईयां
पंजाब के बाद अब राजस्थान ऐसा दूसरा राज्य होगा, जहां वायरल हेपेटाइटिस की स्क्रीनिंग कर के उपचार किया जाएगा. इसके लिए प्रदेश के तीन मेडिकल कॉलेजों को उपचार और स्क्रीनिंग के लिए चुना गया है.
हेपेटाइटिस की स्क्रिनिंग के लिए प्रदेश में तीन मेडिकल कॉलेजों को आदर्श उपचार केंद्र के रूप में चुना गया है. जिसमें जयपुर का एसएमएस मेडिकल कॉलेज, अजमेर का जेएलएन मेडिकल कॉलेज और जोधपुर का मेडिकल कॉलेज शामिल है. इसके अलावा सभी अस्पतालों में हेपेटाइटिस की जांच व उपचार केंद्र भी स्थापित किए जा रहे हैं. इस बीमारी की रोकथाम के लिए हेपेटाइटिस कंट्रोल प्रोग्राम के तहत दवाईयां भी अस्पतालों में भेजी जा रही है जो मरीजों को नि:शुल्क उपलब्ध रहेगी. यही नहीं इलाज के लिए डॉक्टर्स को केंद्रीय संस्थानों में भी भेज कर प्रशिक्षण दिलवाया जाएगा.