जयपुर. प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप कम हो गया है. इसे देखते हुए गहलोत सरकार ने 1 सितंबर से 9वीं से 12वीं तक की स्कूलों को खोल दिया था और 20 सितंबर से छठवीं से आठवीं तक की स्कूलों को खोलने का निर्णय किया है. बच्चे लंबे समय बाद स्कूल पहुंचे और स्कूल पहुंचने की खुशी उनके चेहरे पर साफ झलक रही थी.
हालांकि, पहले दिन स्कूलों में उपस्थिति कम रही. इसके बावजूद भी बच्चों में उत्साह देखा गया. सरकार ने 27 सितंबर से कक्षा 1 से 5 तक की भी स्कूल खोलने का भी निर्णय कर लिया है. स्कूलों में कोविड गाइडलाइन की पूरी तरह से पालना की गई. बच्चों के स्कूल पहुंचने पर पहले थर्मल स्कैनर से तापमान की जांच की गई और स्कूल में प्रवेश से पहले उनके हाथ भी सैनिटाइज कराए गए.
कक्षा में भी कोविड गाइडलाइन के अनुसार बच्चों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बैठाया गया और सभी बच्चों के चेहरे पर मास्क लगे हुए थे. बच्चों को 50 फीसदी क्षमता के अनुसार स्कूल बुलाया गया है. राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय राम मंदिर में स्कूल पहुंचने पर बच्चों को कोविड गाइडलाइन के अनुसार ही प्रवेश दिया गया और सोशल डिस्टेंसिंग से बैठाया गया. यहां प्रधानाचार्य डॉ. वंदना शर्मा ने अध्यापकों को कोविड गाइडलाइन के अनुसार बच्चों की मॉनिटरिंग करने के निर्देश भी दिए. बनीपार्क स्थित महारानी स्कूल में भी बच्चों के स्कूल पहुंचने पर कोविड गाइडलाइन की पालना की गई.
बच्चों पर नहीं है कोई दबाव
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय राम मंदिर की प्रधानाचार्य डॉ. वंदना शर्मा ने बताया कि पहले राज्य सरकार के निर्देशानुसार 9वीं से 12वीं तक की कक्षाएं संचालित की जा रही थी. आज से कक्षा 6 से 8 तक की कक्षाएं भी शुरू कर दी गई है. उन्होंने कहा की बच्चों को बिना किसी दबाव के स्कूल बुलाया जा रहा है और जो बच्चा स्कूल नहीं आ रहा है उससे ऑनलाइन ही पढ़ाई का कंटेंट भेजा जा रहा है.