जयपुर.भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के रूप में डॉ. सतीश पूनिया का सोमवार को 1 साल का कार्यकाल पूरा हो गया है. 1 साल के कार्यकाल के दौरान उनके कामकाज का लेखा-जोखा भी उन्होंने अपने समर्थकों ने सामने रखा लेकिन, कुछ अधूरे काम ऐसे भी हैं जो इस दौरान चर्चा का विषय बने रहे. प्रदेश भाजपा की कमान संभालने के बाद से अब तक क्या रही उपलब्धियां और कौन से वो काम रहे अधूरे जिसे दुरुस्त कर पूनियां को प्रदेश इकाई को देनी है और मजबूती. देखिए इस रिपोर्ट में...
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी के निधन के बाद कई महीनों तक पार्टी प्रदेश अध्यक्ष का पद खाली रहा था. लेकिन 14 सितंबर 2019 को सतीश पूनिया के रूप में भाजपा को नया प्रदेश अध्यक्ष मिला. पार्टी की कमान संभालने के बाद सतीश पूनिया ने पार्टी की मजबूती के लिए काम किया. लेकिन अपनी नई टीम की घोषणा करने में उनको लंबा वक्त लग गया. हालांकि इस बीच कोरोना संक्रमण फैलने की वजह से उनकी पहली प्राथमिकता जनसेवा रही. प्रदेश की भाजपा इकाई ने लॉकडाउन के दौरान जन सेवा से जुड़े कार्यों में पूरी ताकत झोंक दी थी. इसके लिए उन्हें केंद्रीय इकाई से शाबाशी भी मिली.
उसके बाद अनलॉक का दौर शुरू हुआ. तब लंबे इंतजार के बाद पूनिया ने अपनी प्रदेश टीम का ऐलान कर दिया. टीम में कई नए और पुराने चेहरों को जगह मिली. लेकिन इस 1 साल के कार्यकाल के पूरे होने के बाद भी अब तक न तो पार्टी के अग्रिम मोर्चे का गठन हो पाया है और ना प्रकल्प और विभागों का. वहीं, प्रदेश कार्यसमिति के सदस्यों की घोषणा होना भी बाकी है. मतलब ये वो कमी हैं, जिसको पूरा करने की जिम्मेदारी अभी पूनियां के कंधों पर है.