जयपुर.प्रदेश में चल रहे सियासी घमासान के बीच राजभवन में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे विधायकों का मामला सियासी तूल पकड़ता जा रहा है. खासतौर पर राजभवन को घेरने वाले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान पर सियासत गरम है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने प्रेसवार्ता कर आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ही गृहमंत्री के रूप में आपराधिक कृत्य कर रहे हैं. उन्होंने कहा खुद मुख्यमंत्री राज्यपाल को आतंकित करने का काम कर रहे हैं.
पायलट के मुख्यमंत्री बनने के सवाल पर पूनिया की सफाई प्रदेश भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से रूबरू हुए उन्होंने कहा कि क्या किसी प्रदेश के संवैधानिक प्रमुख राज्यपाल के लिए इस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया जाना चाहिए. यह उन्हें इस तरह फोर्स किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत प्रदेश के गृहमंत्री भी हैं, ऐसे में प्रदेश की कानून व्यवस्था संभालना उनकी जिम्मेदारी है. लेकिन वे खुद इस प्रकार के बयान देकर लोगों को और जनता को भड़का रहे हैं, जो अपने आप में उन्हें खुद अपराधी साबित कर रहा है.
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आपदा कानून को भी ताक में रखा सरकार ने
पूनिया ने कहा कि प्रदेश में आपदा प्रबंधन के खिलाफ मुख्यमंत्री ने काम किया है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के अनुसार प्रदेश में आपदा प्रबंधन एक्ट लागू किया गया है और पिछले बार विधानसभा सत्र इसलिए अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया था. क्योंकि कोरोना का संकट था, लेकिन अब कोरोना का संक्रमण बढ़ गया है. राजभवन में तो इसका उल्टा दृश्य ही दिख रहा है. जहां एक साथ इतने सारे कांग्रेसी नेता धरने पर बैठ गए और खुद मुख्यमंत्री अपने बयानों के जरिए जनता को भड़काने का काम कर रहे हैं.
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पायलट के मुख्यमंत्री बनने से जुड़े प्रश्न पर पूनिया ने दी सफाई
वहीं सचिन पायलट में मुख्यमंत्री पद की क्षमता से जुड़े सवाल पर सतीश पूनिया ने कहा कि यह तो ठीक उसी तरह का प्रश्न हुआ कि कुंवारे की शादी करनी है और भविष्य गर्भ में है. पूनिया ने कहा यह कोई कौन बनेगा करोड़पति का प्रश्न नहीं कि कौन बनेगा मुख्यमंत्री, पहले राजस्थान इस संवैधानिक संकट से बाहर निकले और उसका समाधान हो जाए उसके बाद आगे सोचेंगे. पूनिया के अनुसार कई चैनल और न्यूज एजेंसी इस प्रश्न को किस तरह लिख दें, वह अलग बात है. वहीं राजभवन जाकर राज्यपाल से मुलाकात करने से जुड़े प्रश्न पर उन्होंने कहा अभी ऐसी कोई प्रस्तुति हमारी तरफ से उत्पन्न नहीं हुई है. हमें केवल चिंता और आशंका राजभवन में चल रहे हंगामे को लेकर है.