जयपुर.प्रदेश में चल रहे सियासी घमासान के बीच कांग्रेस विधायकों की बाड़ाबंदी का नया ठिकाना जैसलमेर हो गया है. जिसपर BJP प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि गांव वही छोड़ता है, जिसे डर होता है. उन्होंने CM गहलोत पर तंज कसते हुए कहा कि विधायकों को दीवारों में बंद तो कर सकते हो, लेकन उनके दिल में जो हैं, उसे कैसे कैद करोगे.
अपने ही विधायकों को बना दिया बिकाऊ
ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान सतीश पूनिया ने यह भी कहा कि पहले विधायकों को लंबे समय तक आमेर के होटल में बंद रखा गया. उसके बाद अब वापस गहलोत साहब विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगा रहे हैं, जो इस बात का सबूत है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अपने ही विधायकों पर विश्वास नहीं रहा है. वो अपने विधायकों का विश्वास खुद ही खो चुके हैं. यही कारण है कि बाड़ेबंदी में होने के बावजूद ठिकाना बदला जा रहा है. जिससे वो अपने विधायकों को बिकाऊ साबित कर रहे हैं.
जैसलमेर में बाड़ाबंदी पर पूनिया ने CM को घेरा यह भी पढ़ें.जैसलमेर बना नया सियासी 'अखाड़ा', जाखड़ बोले- सिर्फ भ्रमण के लिए आए विधायक
पूनिया के अनुसार मुख्यमंत्री अपने ही विधायकों को लेकर आशंकित हैं और भयभीत हैं लेकिन आरोप BJP पर लगाते हैं. उन्होंने मांग की कि मुख्यमंत्री यह बात सार्वजनिक करें कि उनकी पार्टी के भीतर वह कौन लोग हैं, जिन पर उनको भरोसा नहीं है.
मुख्यमंत्री ने अपनी जिद के कारण सब कुछ दांव पर लगा दिया है
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के अनुसार मौजूदा परिस्थितियों में मुख्यमंत्री गहलोत ने केवल अपनी जिद के कारण सब कुछ दांव पर लगा दिया है. फिर चाहे विधायक हो या फिर उनके क्षेत्र की जनता हो, इनसे यह विधायक दूर हो चुके हैं. पूनिया के अनुसार पूरे प्रदेश में कोरोना तेजी से फैल रहा है. ऐसे में अभी जनप्रतिनिधि और सरकार जनता को कैसे फेस करेंगे यह तो समय ही बताएगा.
अविश्वास प्रस्ताव समय पर निर्णय करेंगे, पहली प्राथमिकता सरकार को बाड़े से बाहर निकालना
उन्होंने ने यह भी कहा आने वाले 14 अगस्त से शुरू हो रहे विधानसभा के सत्र में अविश्वास प्रस्ताव आएगा या नहीं यह उस समय की परिस्थितियां तय करेगी. लेकिन सरकार जिस भाषा में सदन में विपक्ष से जवाब चाहेगी, हम देने को तैयार हैं. सतीश पूनिया ने यह भी कहा कि अभी भाजपा की पहली प्राथमिकता सरकार को बाड़े में से बाहर निकालना है. उन्होंने कहा कि सरकार के लिए मजबूर कर देंगे. जिससे संविधानिक संकट खत्म हो.
यह भी पढ़ें.अब कांग्रेस का नया 'किला' होगा जैसलमेर...VICTORY का साइन दिखा रवाना हुए विधायक
वहीं पूनिया से सवाल किया गया कि सदन में यदि सचिन पायलट गुट से जुड़ा कोई विधायक अविश्वास प्रस्ताव लगाता है तो BJP उसका साथ देगी या नहीं. जिसपर उन्होंने कहा कि यह बोलना अभी जल्दबाजी होगा लेकिन मौजूदा परिस्थितियों के दौरान यह निर्णय लेने का विषय होगा. उस समय भाजपा तत्काल विषय पर निर्णय लेगी.
सतीश पूनिया ने कहा सरकार जिस भाषा में चाहेगी, उसमें जवाब देंगे सत्र से पहले बुलाएंगे विधायक दल की बैठक
सतीश पूनिया ने कहा कि 14 अगस्त से शुरू होने वाले विधानसभा के सत्र से पहले BJP के विधायक दल की बैठक बुलाई जाएगी. भाजपा के प्रमुख नेता सदन की रणनीति बनाने के लिए एक जगह बैठेंगे. जिससे सरकार के हर कदम और दांव का जवाब सदन में दिया जा सके.
बॉर्डर पर गए हैं तो विधायक डब्बे बजाकर टिड्डी भी भगाए
कांग्रेस विधायकों के नए ठिकाने जैसलमेर से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कांग्रेस विधायक बॉर्डर पर ही चले गए हैं. वहां पर विधायकों को डब्बे बजाकर टिड्डियों को भगाने का काम करना चाहिए. उन्होंने कहा कि बॉर्डर के उस पार पाकिस्तान है. वहीं बॉर्डर की दूसरी तरफ गुजरात बॉर्डर भी पड़ती है. इसलिए अभी तो इनके केवल संकट ही संकट है.
वहीं व्यंगात्मक लहजे में पूनिया ने यह भी कहा पहले कांग्रेस के विधायक मेरे ही विधानसभा क्षेत्र आमिर के फेयर माउंट होटल में थे. मैं तो उनके हालचाल पूछने के लिए होटल जाने ही वाला था लेकिन वह अब जैसलमेर जा रहे हैं.