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हां गुजरात गए हैं हमारे विधायक क्योंकि सरकार के ठेकेदार हो गए हैं एक्टिव : सतीश पूनिया

प्रदेश में चल रही सियासी उठापटक अपने चरम पर है. जहां अभी तक सिर्फ कांग्रेस विधायकों की बाड़ेबंदी की खबरें आ रही थी वहीं, अब भाजपा विधायकों की भी बाड़ेबंदी हो रही है. इस विषय पर ईटीवी भारत से सतीश पूनिया ने बातचीत की. जहां पूनिया ने कहा कि हम तो विपक्ष में हैं जहां मन करेगा वहां जाएंगे.

राजस्थान सियासी घमासान, Rajasthan political crisis
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया

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Published : Aug 8, 2020, 1:47 PM IST

Updated : Aug 8, 2020, 9:25 PM IST

जयपुर.प्रदेश में मचे सियासी घमासान के बीच अब बीजेपी विधायकों की भी बाड़ेबंदी शुरू हो गई है. जोधपुर और उदयपुर संभाग के करीब 12 विधायकों को घूमने के नाम पर गुजरात भेजा गया है.

ईटीवी भारत से खास बातचीत में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया विधायकों के गुजरात जाने की बात स्वीकार तो करते हैं और साथ में यह भी कहते हैं कि सियासी उठापटक के बीच अब प्रदेश सरकार के ठेकेदार सक्रिय हो गए हैं. जिसके चलते भाजपा ने यह कदम उठाया है.

ईटीवी भारत से पूनिया ने की बातचीत

प्रदेश सरकार और कांग्रेस पर लगाए आरोपः

ईटीवी भारत से खास बातचीत में पूनिया ने मौजूदा सियासी घटनाक्रम को लेकर प्रदेश सरकार पर भी कई आरोप लगाए और यह तक कह दिया इस घटनाक्रम में सरकार भाजपा विधायकों को धमकाने का काम कर रही है. पुलिस के जरिए और ठेकेदारों के जरिए.

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हालांकि अब तक पूनिया कांग्रेस विधायकों की बाड़ेबंदी को लेकर सरकार को घेर रहे थे, लेकिन जब उन्हीं की पार्टी के विधायकों को गुजरात भेजा गया तो इस सवाल पर पूनिया ने कहा कि वे सरकार की तरह 6 महीने तक अपने विधायकों के बाड़ेबंदी नहीं करवा रहे.

बीजेपी विधायकों की बाड़ेबंदी

पूनिया ने कहा कि हम विपक्ष में हैं और स्वतंत्र हैं. विधायक कहीं पर भी घूम सकते हैं. उन्होंने कहा यह हमारा अपना अधिकार है और जरूरत पड़ेगी तो विधायकों को बुलाएंगे भी, अब आप चाहे उसे बाडे़बंदी कहो या ध्रुवीकरण.

विधायकों के इधर-उधर जाने का डरः

कुछ विधायकों को गुजरात भेजा गया है. उसके बाद यह साफ हो गया कि मौजूदा सियासी घटनाक्रम में अब भाजपा को भी अपने विधायकों के इधर-उधर जाने का डर सता रहा है. हालांकि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष श्री नहीं खास बातचीत में उन्होंने इससे डर को स्वीकार भी कर लिया लेकिन अपने शब्दों में.

सतीश पूनिया ने कहा कि डर तो है ही क्योंकि जब गहलोत सरकार खुद अपने विधायकों के खिलाफ मुकदमे कर सकती हैं उन पर देशद्रोह की धारा लगा सकती है और एसओजी का दुरुपयोग कर सकते हैं तो ऐसे में मुख्यमंत्री अपनी कुर्सी बचाने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं. यही बात सतीश पूनिया कहते हैं और इसके चलते राजस्थान के बजाय गुजरात जहां बीजेपी की सरकार है वहां इन विधायकों को भेजा गया जो आदिवासी इलाकों से आते हैं.

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कांग्रेस ने राजनीति में भी ठेकेदार पैदा कर दियाः

पूनिया ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस ने राजनीति में कई ठेकेदार भी पैदा कर दिए जो विधायकों से संपर्क करने का काम करते हैं. हालांकि इसका खुलासा वह विधानसभा के बाद करेंगे. यह बात भी पूनिया ने कही है. पूनिया से जब पूछा गया कि गुजरात में कितने विधायकों को भेजा गया तो उन्होंने साफ तौर पर कहा उसकी कोई गिनती नहीं है, क्योंकि हमने जिला इकाई को इसके लिए अवतरित किया था और जरूरत के अनुसार उन्हें भेजा. उन्होंने कहा हमने कोई अनैतिक काम नहीं किया है. लोगों को पसंद है घूमना. इसलिए वो जाएंगे, लेकिन आव्शयक्ता पड़ी तो उन्हें वापस भी बुला लेंगे.

जल्द जयपुर बुलाएंगे विधायकों को

पहले दौर में उदयपुर मारवाड़ के करीब 12 विधायकों को बीजेपी विधायक धर्म नारायण जोशी के नेतृत्व में गुजरात भेजे जाने की चर्चाओं को पार्टी प्रदेश नेतृत्व ने स्वीकार कर लिया, लेकिन अब दूसरे बीजेपी शासित प्रदेश जैसे मध्य प्रदेश की सीमा से लगते प्रदेश के जिलों के भाजपा विधायकों को वहां भेजे जाने से जुड़े सवाल पर सतीश पूनिया ने कहा कि इतना खर्चा हम नहीं उठा सकते कि कई प्रदेशों में विधायकों को भेजें. उन्होंने कहा हमें आवश्यकता होगी तो हम जल्द जयपुर बुला लेंगे तमाम विधायकों को.

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पूनिया के अनुसार जल्द ही भाजपा विधायकों को जयपुर बुलाया जाएगा. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस के पास ऐसा कोई शस्त्र नहीं है जिससे बीजेपी विधायकों को तोड़ सके, लेकिन जिस प्रकार से कांग्रेस की फितरत है और वह किसी भी हद तक जा सकते हैं. उन्होंने कहा यह सब इस बात से भी साबित होता है कि जब सरकार अपने ही विधायकों की सगी नहीं हुई तो भाजपा के साथ तो कुछ भी कर सकती हैं. इसलिए हमें सरकार की नियत पर भरोसा नहीं और हमने सावधानी के तौर पर अपने विधायकों को भेजा है.

Last Updated : Aug 8, 2020, 9:25 PM IST

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