जयपुर.कोरोना महामारी के बीच जारी राजस्थान में ऑक्सीजन और वैक्सीन की कमी अब एक बड़ा सियासी मुद्दा बन गई है. गुरुवार को वैक्सीन की कमी के चलते प्रदेशभर में वैक्सीनेशन का काम ठप रहा. 45 वर्ष और उससे अधिक आयु वर्ग को कोरोना वैक्सीनेशन की जिम्मेदारी केंद्र सरकार के कंधों पर है. वहीं ऑक्सीजन भी केंद्र सरकार ही आवंटित कर रहा है. लिहाजा गहलोत सरकार लगातार मोदी सरकार पर निशाना साध रही हैं. इस मसले पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि राज्यों को उनके अनुपात में ऑक्सीजन मिल रही है. अब कांग्रेस चाहे कोर्ट में जाए या संयुक्त राष्ट्र संघ में.
गुरुवार को पत्रकार वार्ता के दौरान ईटीवी भारत के संवाददाता ने राजस्थान में ऑक्सीजन की कमी को लेकर आए परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के आरोप और इस मसले पर सुप्रीम कोर्ट की शरण लेने से जुड़ा सवाल पूछा. जिस पर सतीश पूनिया ने कहा की ऑक्सीजन का आवंटन राज्यों को उनके अनुपात में किया जा रहा है और प्रयास किया जा रहा है किसमें और बढ़ोतरी हो. राजस्थान को उसके अनुपात का ऑक्सीजन लगातार मिल रहा है. लेकिन फिर भी कांग्रेस कोर्ट की शरण में जाना चाहे या संयुक्त राष्ट्र संघ की शरण में वो जा सकती है.
पूनिया ने कहा कि कुछ माह तक देश में ऑक्सीजन की डिमांड नहीं थी. लेकिन जब एकाएक डिमांड बढ़ी तो केंद्र सरकार ने इसका प्रोडक्शन बढ़ाने के प्रयास भी किया. राज्यों में जब टकराव की स्थिति बनी तो इसका नियंत्रण केंद्र ने अपने हाथ में लिया और हर राज्य को उसके अनुपात में वितरण भी किया. जहां आवश्यकता अधिक है वहां पूरी मदद पहुंचाने का प्रयास भी किया और इस पर किसी किस्म की सियासत भी नहीं की.