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CM के बयान पर पूनिया का पलटवार, कहा- मैं मुल्ला नहीं, गहलोत साहब मेरा अनुभव नहीं जानते

स्टेट हाईवे पर टोल वसूली को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. दिल्ली में जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के बयान पर पलटवार करते हुए उन्हें नया मुल्ला करार दिया. वहीं अब सतीश पुनिया ने भी इस बयान को उनकी बौखलाहट बताया है.

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Published : Oct 31, 2019, 8:49 PM IST

CM ashok gehlot statement, राजस्थान में स्टेट हाईवे

जयपुर.बुधवार को दीपावली की रामा श्यामा करने मुख्यमंत्री आवास पहुंचकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने सबको चौंकाया था लेकिन उससे भी ज्यादा चौंकाने वाला बयान गुरुवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आया.

दिल्ली में उन्होंने पूनिया को जोर से बांग देने वाला नया नया मुल्ला बता डाला. मुख्यमंत्री के इस बयान से नाराज पूनिया ने भी तुरंत गहलोत पर जुबानी हमला किया और कहा कि गहलोत अपनी पार्टी के भीतर ही नए नेतृत्व को स्वीकार नहीं कर पा रहे. यही कारण है कि नए नेतृत्व को लेकर उनकी बौखलाहट उनके बयानों से झलक रही है.

मैं मुल्ला नहीं, बरसों से पार्टी का काम कर रहा हूं गहलोत साहब मेरा अनुभव नहीं जानते : सतीश पूनिया

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दिल्ली में पत्रकारों से यह कहा गहलोत ने
दरअसल दिल्ली में जोधपुर हाउस में पत्रकारों से चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक सवाल के जवाब में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के लिए कहा कि नया मूल्य जोर से भाग देता है और सतीश पूनिया की यही स्थिति बनी हुई है गहलोत ने यह भी कहा कि मोदी और शाह के इशारे पर सतीश पूनिया को मुख्यमंत्री को टारगेट बनाकर ही राजनीति करने का विशेष काम सौंपा गया है.

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नया मुल्ला नहीं शायद गहलोत मेरे अनुभव को नहीं जानते- पूनिया
उधर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने भी मुख्यमंत्री पर जुबानी हमला बोलते हुए कहा की मैं मुल्ला नहीं हु और वर्षों से भाजपा पार्टी में काम कर रहा हु. उन्होंने कहा कि मेरे अनुभव के बारे में शायद गहलोत साहब नहीं जानते. उनके अनुसार किसी भी दल में नए व्यक्ति के बारे में इस प्रकार की टिप्पणी नहीं कर देना चाहिए क्योंकि गहलोत भी कभी पहली बार पीसीसी चीफ बने होंगे.

पत्रकारों से मुखातिब होते हुए सतीश पूनिया ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी ही पार्टी के भीतर ही नए नेतृत्व को स्वीकार नहीं कर पा रहे और उनके मन में इसकी बौखलाहट भी है जो यदा-कदा निकल ही जाती है. सतीश पूनियां के अनुसार मुख्यमंत्री की यह आखिरी पारी है और वह पार्टी में नए नेतृत्व को देखकर आशंकित है.

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गौरतलब है कि बुधवार को ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री आवास पहुंचकर गहलोत को दीपावली की बधाई दी थी तब माना जा रहा था कि प्रदेश में समरसता की राजनीति एक बार फिर शुरू हुई है लेकिन इस मुलाकात के 24 घंटे बाद ही जिस प्रकार की बयानबाजी शुरू हुई वह अब सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई है.

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